-प्रयागराज पहुंचे यूपी के गवर्नर ने दीक्षांत समारोह को लेकर एयू की कार्यशैली पर उठाया सवाल

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PRAYAGRAJ: उप्र के 28 यूनिवर्सिटीज का चांसलर हूं। हर यूनिवर्सिटी में एजुकेशन क्वॉलिटी में सुधार के लिए सबसे पहले हर जगह पर दीक्षांत समारोह का आयोजन शुरू किया था। इसका असर यह हुआ कि चार वर्षो से हर यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह हो रहा है। यह बातें यूपी के गवर्नर राम नाईक ने सोमवार को प्रयागराज में पत्रकारों से कही। श्री नाईक ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के संदर्भ में कहा कि मुझे पता चला है कि यहां पर पंद्रह वर्षो से अधिक समय से दीक्षांत समारोह नहीं हुआ है। दीक्षांत के बिना शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार मुश्किल हो जाता है।

नौ जून को ही दे दिया निर्देश

गवर्नर रामनाईक ने बताया कि यूपी की यूनवर्सिटीज में इस फाइनेंशियल ईयर में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह कराने को लेकर नौ जून को कुलपतियों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें सभी कुलपतियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे अपनी यूनिवर्सिटीज का कैलेंडर जारी करके उसमें दीक्षांत समारोह की डेट भी जारी करें।

क्राइम कंट्रोल जरूरी

प्रयागराज में रविवार की देर रात एक अधिवक्ता की हत्या को लेकर पूछे गए सवाल पर गवर्नर ने कहा कि अपराध दो तरह का होता है। यूपी सरकार ने पहले तरह के संगठित अपराध को खत्म करने में महत्वपूर्ण कार्य किया है। दूसरा अपराध व्यक्ति से व्यक्ति की दुश्मनी का होता है। ऐसे व्यक्तिगत अपराध पर पहले की सरकारों की तुलना में कमी आई है लेकिन ऐसे अपराध पर पूरी तरह से नियंत्रण करने के लिए अभी भी सुधार की जरूरत है। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को और अधिक कड़ाई करने की जरूरत है।