- परीक्षा नियंत्रक की अध्यक्षता में वेडनसडे को हुई समिति की बैठक

-समिति कक्ष में हुई बैठक में कई कॉलेजेज के प्राचार्य और शिक्षक रहे मौजूद

BAREILLY :

आरयू ने मूल्यांकन का काम छोड़ने और न आने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई तय करने के लिए वेडनसडे को परीक्षा समिति की एक बैठक की। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में 'कॉपी जांचने के बहाने कर रहे पहाड़ों की सैर' न्यूज पब्लिश होने के बाद आरयू प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। परीक्षा नियंत्रक महेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। जिसमें उन्होंने मूल्यांकन का काम बीच में छोड़ने, मूल्यांकन के लिए नहीं आने वाले शिक्षक सहित कई अहम बिन्दुओं पर बात की। जिसके बाद ऐसे शिक्षकों और महाविद्यालय की लिस्ट बनाने को कहा। जिससे लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई की जा सके। बैठक में बीपी सिंह डीएसएम कॉलेज कांठ, डॉ। विजय बहादुर यादव, डॉ। अंजू अग्रवाल, डॉ। ममता अग्रवाल और डॉ। बसुधा अग्रवाल आदि लोग मौजूद रहे।

अधिकांश शिक्षक एडेड कॉलेजों के

परीक्षा समिति की बैठक के दौरान परीक्षा नियंत्रक ने जब जानकारी ली तो पता चला कि मूल्यांकन से दूरी बनाने वाले अधिकांश शिक्षक एडेड कॉलेजेज के ही है। जिस पर उन्होंने सभी कॉलेज वार शिक्षकों की लिस्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि इन सभी शिक्षकों को प्रैक्टिकल सहित सभी कामों से दूर रखा जाएगा।

500 कापियों का मूल्यांकन जरूरी

बैठक में निर्णय लिया गया कि मूल्यांकन के लिए एक शिक्षकों को 500 कापियों का मूल्यांकन करना जरूरी है। इस आदेश को इसी सत्र से तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यूजी कॉपी का मूल्यांकन के लिए शिक्षक को 15 रुपए जबकि पीजी के मूल्यांकन के लिए 18 रुपए दिए जाते हैं।

फिजिक्स के नहीं मिल रहे शिक्षक

केन्द्र संख्या दो तीन चार और पांच पर अभी हजारों की संख्या में कापियां चेक होने के लिए बाकी है। सभी मूल्यांकन केन्द्र में तीन नम्बर की बुरी हालत है। केन्द्र को अभी भी 500 बंडल कापियों के मूल्यांकन के लिए बाकी बचे है। जबकि मूल्यांकन का काम 15 मई तक यानि 50 दिन में ही पूरा कर लेना चाहिए। लेकिन केन्द्र पर अभी तक फिजिक्स की कापियों का मूल्यांकन ही नहीं हो पाया है। आरयू को मूल्यांकन के लिए फिजिक्स के शिक्षक ही ढूढें नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण मूल्यांकन के लिए बड़ी मात्रा में कापियां रखी हुई है।

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परीक्षा समिति की मीटिंग हुई जिसमें कॉलेजेज के प्रचार्य के साथ शिक्षक भी मौजूद रहे। मूल्यांकन छोड़ने वाले शिक्षक अधिकांश एडेड कॉलेजों के ही निकल रहे है। जो शिक्षक मूल्यंाकन में नहीं आए हैं उनकी लिस्ट तैयार कर अन्य कामों से भी वचिंत किया जाएगा।

महेश कुमार, परीक्ष्ा नियंत्रक

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