-यूपी बोर्ड ने शुरू की मूल्यांकन की तैयारी

-मूल्यांकन केन्द्रों की फाइनल लिस्ट तैयार करने की कवायद शुरू

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं अब धीरे धीरे समाप्ति की ओर से बढ़ने लगी है। हाईस्कूल की परीक्षा 22 फरवरी को समाप्त हो रही है। ऐसे में बोर्ड ने मूल्यांकन की तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए सवा लाख से अधिक परीक्षक की तैनाती होगी। बोर्ड के अधिकारी मूल्यांकन की तैयारियों को भी फाइनल करने में जुट गए है। 15 दिनों के अंदर मूल्यांकन का कार्य पूरा कराना बोर्ड के लिए टफ टास्क होगा। वजह, इस बार बोर्ड अप्रैल के फ‌र्स्ट वीक में रिजल्ट जारी करने की तैयारी में है। बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो समय से मूल्यांकन का कार्य पूरा कराने के बाद अप्रैल के प्रथम सप्ताह में रिजल्ट जारी करने की प्लानिंग के हिसाब से कार्य चल रहा है।

मानक से अधिक कॉपी नहीं जांच सकेंगे

नकल विहीन परीक्षा कराने में अभी तक की परीक्षाओं के दौरान बोर्ड को काफी हद तक सफलता मिली है। इससे उत्साहित होकर बोर्ड मूल्यांकन में भी विशेष तैयारियां कराने में जुटा है। इस बार बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही परीक्षकों का भी कड़ाई से मानकों का पालन कराने की तैयारी है। मानक के अनुरूप ही परीक्षक एक दिन में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर सकेंगे। मानक से अधिक कापियों के जांचने पर कार्रवाई भी की जा सकती है। बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले सालों में समय से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान बड़ी संख्या परीक्षकों द्वारा मानक से अधिक कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य किए जाने की जानकारी हुई है। इसे देखते हुए इस बार बोर्ड मानक के अनुरूप ही एक दिन में निर्धारित कॉपियों के जांचने की अनुमति परीक्षकों को देगा। इससे मूल्यांकन के दौरान जल्दीबाजी में होने वाली गड़बडि़यों को रोका जा सके और मूल्यांकन की शुचिता बनी रहे।

इस बार हैं तगड़े इंतजाम

-मूल्यांकन केन्द्रों पर लगाई जाएंगे सीसीटीवी कैमरे।

-निश्चित संख्या में ही कॉपियां जांच सकेंगे परीक्षक।

-अप्रैल के फ‌र्स्ट वीक तक रिजल्ट लाने का है टारगेट।

इस बार कॉपियों की चेकिंग में ज्यादा सख्ती बरती जाएगी। मानक के अनुरूप ही एक दिन में निर्धारित संख्या में ही कॉपी जांचने की अनुमति दी जाएगी। मूल्यांकन में क्वॉलिटी और ट्रांसपैरेंसी लाने के लिए यह कदम उठाया गया है ।

-नीना श्रीवास्तव

सचिव यूपी बोर्ड