आईटी का हिस्सा

देश के डाकघरों में बैंकिंग सुविधा को काफी हाईटेक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में इस दिशा में काफी तेजी से कार्य हो रहा है। जिसके चलते दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कल ट्वीटर पर ट्वीट कर इस मिश्ान की जानकारी दी है। उनके मुताबिक देश के 20,106 डाकघरों को अब कोर बैंकिंग सुविधा (सीबीएस) से सीधे कनेक्ट किया जा रहा है। यह मिशन डाक विभाग की सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण परियोजना का हिस्सा है। इस दिशा में पिछले कई सालों से काम हो रहा है। जिमसें मई, 2014 तक सिर्फ 230 डाकघरों की शाखाएं ही इससे जुड़ी थीं। उनका कहना है कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि डाक विभाग भी इस दिशा में पूरी तरह से सहमत है। डाक विभाग ने सभी विभागीय डाकघरों में सीबीएस के क्रियान्वयन का फैसला किया है।

फंड भी मंजूर

इतना ही नहीं इस कोर बैंकिंग सुविधा के तहत एटीएम और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा का प्रावधान भी होगा। सबसे खास बात तो यह है कि डाक विभाग को 7 सितंबर, 2015 को रिजर्व बैंक से 8 महीने में भुगतान बैंक की स्थापना की सैद्धान्तिक मंजूरी भी मिल चुकी है। इसके अलावा देश के करीब 25,406 डाकघरों में कोर इंश्योरेंस सुविधा भी ग्राहकों को दी जा रही है। अब तक करीब 576 डाकघरों में एटीएम भी लगाए जा चुके हैं। डाक घरों को में जल्द ही पेमेंट बैंक की सुविधा भी ग्राहकों को मिलने लगेगी। जिसके लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआइबी) ने इसका फंड भी मंजूर कर दिया है।

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