नगर निगम पथ प्रकाश विभाग का मामला

-कर्मचारियों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर काम ठप करने की दी चेतावनी

- दोनों पक्षों ने दी तहरीर, मामले की जांच में जुटी पुलिस

GORAKHPUR:

नगर निगम पथ प्रकाश विभाग में शनिवार की सुबह एलईडी बल्ब बदलने की शिकायत लेकर पहुंचे 49 नंबर वार्ड के पार्षद द्वारा बदसलूकी करने पर कर्मचारियों ने उन्हें पीट दिया। हाथापाई में कर्मचारी का शर्ट तक फट गया। हंगामे के बाद मौके पर कर्मचारियों की भीड़ जुट गई। इसकी सूचना तत्काल 100 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई। उधर, कर्मचारी व पार्षद ने कैंट थाने में तहरीर दी है। आक्रोशित कर्मचारियों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर मामले से अवगत कराया। साथ ही कार्रवाई की मांग करते हुए काम ठप करने की चेतावनी दी।

शनिवार को करीब 10.30 बजे जाफराबार वार्ड नंबर 49 के पार्षद इरशाद अहमद जलकल कैंपस में स्थित पथ प्रकाश विभाग में अपने कुछ साथियों के साथ पहुंचे। वार्ड में एलईडी बल्ब लगाने को लेकर पार्षद कर्मचारियों से भीड़ गए और उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद कर्मचारी व पार्षद के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हंगामा सुनकर कार्यालय में बैठे अन्य कर्मचारी बाहर निकल गए। पार्षद का आरोप है कि वार्ड में एलईडी लाइट खराब है। हर बार पथ प्रकाश के कर्मचारी आश्वासन देकर टाल देते हैं। आज इसकी शिकायत लेकर पहुंचा था। इसी बीच कुछ लोगों ने मेरे साथ अभद्रता की फिर मुझे मारा पीटा। वार्ड पूरी तरह से अंधेरे में हैं। अन्य वार्ड में बल्ब लगाने का कार्य हो रहा है लेकिन तीन माह से वार्ड में एक भी बल्ब नहीं लगाए गए हैं। इस मामले की नगर आयुक्त व मेयर से शिकायत करने की बात की तो सुपरवाइजर भड़क गए और मारा पीटा। सुपरवाइजर सतीश विश्वकर्मा का आरोप है कि पार्षद इरशाद अहमद मेरे पास आए और वार्ड में एलईडी बल्ब लगाने की बात करने लगे। जब उनसे कहा गया कि नगर निगम का जिस कंपनी से एलईडी बल्ब लगाने का करार है वही वार्डो मे बल्ब लगा रही है। इसके बाद वह मेरे साथ बदसलूकी करने लगे। इस संबंध में नगर आयुक्त से बात करनी होगी। उन्हें समझाने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन वह मान नहीं रहे थे। तभी जलकल के बेलदार महेंद्र यादव से उनकी बहस शुरू हो गई। वह हाथापाई पर उतारू हो गए। इसके बाद पार्षद ने मारपीट शुरू कर दी और कर्मचारी का कुर्ता फाड़ दिया। उधर, पथ प्रकाश विभाग के कर्मचारियों व पार्षद ने घटना के संबंध में कैंट पुलिस को तहरीर दी है। सुपरवाइजर सतीश विश्वकर्मा, महेंद्र यादव, पथ प्रकाश कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक पाठक की ओर से दी गई तहरीर में कहा कि पार्षद जलकल परिसर पथ प्रकाश विभाग में पहुंचने के बाद गाली देने लगे। इसके बाद बात बिगड़ गई। फिलहाल पुलिस ने दोनों ओर से तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। उधर, आक्रोशित कर्मचारियों ने कमिश्नर व एसएसपी को पत्र देकर न्याय की मांग की है।

वर्जन

कर्मचारी व पार्षद के बीच हुए विवाद की जानकारी मिली है। इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा। उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।

प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त नगर निगम

दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर मिल गई है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

मनोज पाठक, इंस्पेक्टर कैंट