खुलासा: हत्या के बाद रेलवे ट्रैक पर फेंकी गई थी लाश
अफेयर के कारण हुआ ऐसा
एसएसपी के निर्देश पर रूरल एसपी की अगुआई में एक टीम बनी। एसडीपीओ फतुहा और दीदारगंज थानेदार की टीम ने मामले की जांच तेजी से शुरू की। पहले ही दौर में पता चला कि दशरथ की बातचीत किसी बेबी (बदला हुआ नाम) नाम की लड़की से होती थी। अक्सर दशरथ बेबी से मिलने भी जाता था। दोनों के बीच अफेयर चल रहा था। इसी आधार पर पुलिस टीम बेबी के घर पहुंची। उससे पूछताछ की। लेकिन उसने पुलिस के सवालों का सही जवाब नहीं दिया। जांच के दौरान ही पुलिस को दशरथ का मोबाइल मिला लड़की के घर से मिला। उसके सीमकार्ड को बालू के अंदर दबा दिया गया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया.
फरार थे पिता और चाचा
मामले की जांच और बेबी से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि एक बिस्कुट कंपनी में काम करने वाले बेबी के पिता अमरनाथ राय और चाचा विनोद राय शुक्रवार की सुबह से ही फरार हैं। देर शाम तक दोनों वापस घर नहीं आए थे। शक के आधार पर पुलिस ने इन दोनों की तलाश शुरू की। कुछ घंटे में ही दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। टीम ने पिता और चाचा से एक-एक कर पूछताछ शुरू की। जिसमें दोनों ने अपना गुनाह कबुल कर लिया। हत्यारों ने पुलिस को बताया कि बेबी 25 दिसंबर की सुबह घर पर नहीं थी.
साइंटफिक तरीके से इस केस की जांच की गई है। महज 12 घंटे में इस लाइंड केस को डिटेक्ट किया गया है और दोनों हत्यारों को भी पकड़ा गया है। पूरे मामले का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा। बढिय़ा काम करने के लिए थानेदार और उनकी टीम को पुरस्कृत भी किया गया है.
- मनु महाराज, एसएसपी, पटना
अफेयर के कारण हुआ ऐसा
एसएसपी के निर्देश पर रूरल एसपी की अगुआई में एक टीम बनी। एसडीपीओ फतुहा और दीदारगंज थानेदार की टीम ने मामले की जांच तेजी से शुरू की। पहले ही दौर में पता चला कि दशरथ की बातचीत किसी बेबी (बदला हुआ नाम) नाम की लड़की से होती थी। अक्सर दशरथ बेबी से मिलने भी जाता था। दोनों के बीच अफेयर चल रहा था। इसी आधार पर पुलिस टीम बेबी के घर पहुंची। उससे पूछताछ की। लेकिन उसने पुलिस के सवालों का सही जवाब नहीं दिया। जांच के दौरान ही पुलिस को दशरथ का मोबाइल मिला लड़की के घर से मिला। उसके सीमकार्ड को बालू के अंदर दबा दिया गया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।
फरार थे पिता और चाचा
मामले की जांच और बेबी से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि एक बिस्कुट कंपनी में काम करने वाले बेबी के पिता अमरनाथ राय और चाचा विनोद राय शुक्रवार की सुबह से ही फरार हैं। देर शाम तक दोनों वापस घर नहीं आए थे। शक के आधार पर पुलिस ने इन दोनों की तलाश शुरू की। कुछ घंटे में ही दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। टीम ने पिता और चाचा से एक-एक कर पूछताछ शुरू की। जिसमें दोनों ने अपना गुनाह कबुल कर लिया। हत्यारों ने पुलिस को बताया कि बेबी 25 दिसंबर की सुबह घर पर नहीं थी।
साइंटफिक तरीके से इस केस की जांच की गई है। महज 12 घंटे में इस लाइंड केस को डिटेक्ट किया गया है और दोनों हत्यारों को भी पकड़ा गया है। पूरे मामले का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा। बढिय़ा काम करने के लिए थानेदार और उनकी टीम को पुरस्कृत भी किया गया है.
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