- करेक्शन व एडमिशन को पंद्रह जुलाई का दिन दिया गया था

- कंप्लीट नहीं हो पाए एडमिशन, फिर बैठी मीटिंग, बढ़ेगी डेट

- एक तरफ मेरिट और दूसरी ओर करेक्शन व एडमिशन का सीन

- मंगलवार को एडमिशन कोर्डिनेटर के ऑफिस में लगी रही भीड़

Meerut: यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स हांफते नजर आ रहे हैं। पहले रजिस्ट्रेशन को चक्कर काटे और अब एडमिशन को लेकर काट रहे हैं। कटऑफ में हुई गड़बड़ी से सैकड़ों स्टूडेंट्स परेशान है। इनको करेक्शन करके एडमिशन के लिए एक दिन का समय दिया गया। जो करेक्शन कराने में ही गुजर गया, अभी एडमिशन नहीं हो पाया। फिर भी उम्मीद के साथ भटक रहे हैं।

यह रहा सीन

सीसीएस यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन का पहिया छह जुलाई को थम गया था। इसके बाद नौ जुलाई को इसकी मेरिट जारी होनी थी। लेकिन यह मेरिट दस जुलाई को यूनिवर्सिटी ने जारी की। जिसमें तीनों कटऑफ एक साथ निकाली गई। कटऑफ मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स को चौदह तक अपने एडमिशन कराने थे। जिनमें करीब एक लाख स्टूडेंट्स शामिल किए गए थे।

कम पड़ गया समय

पहली कटऑफ मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स को पहले और दूसरे दिन एडमिशन लेने थे। दूसरी मेरिट वाले को दूसरे व तीसरे दिन एडमिशन लेने थे। आखिरी दिन तीसरी मेरिट वालों को मौका दिया जाना था। चौदह तारीख तीनों मेरिट के स्टूडेंट्स के लिए अंतिम दिन था। जहां कॉलेजों में जारी की गई मेरिट में खासी गड़बडि़यां थीं। इसके चलते हजारों स्टूडेंट्स एडमिशन नहीं ले पाए।

अब करेक्शन में छूटे पसीने

सैकड़ों स्टूडेंट्स अपनी समस्या को लेकर यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। जहां इनको करेक्शन और एडमिशन के लिए पंद्रह जुलाई का समय दिया गया। जिसको लेकर एडमिशन कोर्डिनेटर के ऑफिस में ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स की भीड़ लगी रही। करेक्शन करते-करते शाम हो गई और एडमिशन प्रक्रिया नहीं हो पाई। इसके चलते एक बार फिर इस संबंध में वीसी के साथ मीटिंग हुई। जिसमें फिर से समय बढ़ाए जाने पर मंथन हुआ। जबकि आगे की मेरिट भी जारी होनी हैं।

सीट होगी तो मिलेगी

स्टूडेंट्स को पहले ही ये निर्देश जारी कर दिए गए थे कि अगर कॉलेज में करेक्शन के बाद सीट होगी तो उनको मिलेगी। इस जगह अगर किसी और ने समय रहते एडमिशन ले लिया तो वे दूसरा ऑप्शन खोजेंगे। यह ऑप्शन दूसरे कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन करके एडमिशन लेने का है। ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स की लिस्ट है जिनको पहली दूसरी और तीसरी मेरिट में होने के बाजवूद एडमिशन नहीं मिल पाया। बस ये करेक्शन की वजह से सीट खो बैठे। नई मेरिट में इनको एडमिशन मिलना एकदम मुश्किल है।

ये हुए करेक्शन

- स्टूडेंट्स ने वोकेशनल कोर्स को नो की जगह हां किया था। जिसके चलते उनकी परसेंटेज डाउन हो गई थी।

- कुछ स्टूडेंट्स ने अपनी कैटेगरी ओबीसी भरी और कॉलेजों में उनको जनरल में दिखाया गया था।

- कुछ स्टूडेंट्स के नाम और एड्रेस में स्पेलिंग करेक्शन होना था, जिसके चलते मेरिट में नाम नहीं था।

- कुछ के सब्जेक्ट और कॉलेज में गड़बड़ी थी। जो कॉलेज और सब्जेक्ट भरे थे वह नहीं थे।

- डोमिसाइल को लेकर करेक्शन होना था, जहां स्टूडेंट्स रहता यूपी का है और फार्म में उसको दूसरे प्रदेश का दिखा रखा था।

- कुछ स्टूडेंट्स के द्वारा यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड मेंशन नहीं किया गया था।

- कुछ स्टूडेंट्स को वेटेज सही नहीं मिला था और वे कटऑफ मेरिट से बाहर हो गए थे।