- लिपिक ने खनन में पकड़ी गई ट्रैक्टर-ट्रॉली के रिलीज ऑर्डर पर साइन कराने के नाम पर मांगी थी रिश्वत

- लिपिक के कब्जे से बरामद की गई रिश्वत की रकम

ROORKEE: खनन में पकड़ी गई ट्रैक्टर-ट्रॉली के रिलीज ऑर्डर पर साइन कराने के नाम पर क्0 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसडीएम कार्यालय के लिपिक को विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा है। लिपिक के कब्जे से रिश्वत की रकम बरामद की गई है। विजिलेंस की टीम आरोपी को अपने साथ देहरादून ले गई है।

खनन और मोटर अधिनियम में सीज की गई थी ट्रैक्टर-ट्रॉली

कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के टोड़ा खटका गांव निवासी मुस्तकीम की ट्रैक्टर-ट्राली को ख्क् अगस्त को कोतवाली पुलिस ने खनन और मोटर अधिनियम के तहत सीज किया था। ब् सितंबर को न्यायिक मजिस्ट्रेट रुड़की के न्यायालय में अर्थदंड अदा करने के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली रिलीज के आदेश प्राप्त हुए थे। जिसके बाद वह एसडीएम कार्यालय के लिपिक जुल्फुकार अली से मिला। जिसने दो हजार रुपये ट्रेजरी चालान के माध्यम से जमा कराने को कहा। रकम जमा कराने के बाद वह फिर जुल्फकार के पास गया तो उसने रिलीज आर्डर पर अधिकारी के साइन कराने के नाम क्0 हजार की रिश्वत मांगी।

विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा

आरोप है कि लिपिक ने उसे 8 सितंबर को कार्यालय में क्0 हजार रुपये लेकर आने को कहा। इसके बाद मुस्तकीम ने शिकायत विजिलेंस देहरादून से की। विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार की दोपहर को करीब साढ़े बारह बजे मुस्तकीम को क्0 हजार रुपए देकर जुल्फुकार के पास भेजा। मुस्तकीम ने रिलीज आर्डर मांगे तो जुल्फुकार ने रिश्वत मांगी। बताया गया कि जैसे ही मुस्तकीम से उसने रिश्वत ली तो विजिलेंस की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। विजिलेंस की टीम ने बंद कमरे में जुल्फुकार से घंटों तक पूछताछ की और उसके दस्तावेज खंगाले। विजिलेंस की टीम उसे अपने साथ देहरादून ले गई है।