-एनफोर्समेंट टीम की मिलीभगत से हर साल सैकड़ों की संख्या में तन जाती हैं सिटी में अवैध बिल्डिंग्स

-सेटिंग-गेटिंग से तनी अवैध बिल्डिंग्स के खिलाफ डिमॉलेशन, कम्पाउंडिंग की कार्रवाई नहीं करती टीम

-इस साल जून तक शहर में 300 से ज्यादा अवैध निर्माणों के बाद भी सिर्फ 2 की कम्पाउंडिंग, 2 का ध्वस्तीकरण

KANPUR: केडीए के असिसटेंट इंजीनियर राजीव गौतम की गिरफ्तारी से यह बात साफ हो गई है कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई की बजाए एनफोर्समेंट टीम का ध्यान सेटिंग-गेटिंग में अधिक रहता है। शायद यही वजह है कि सिटी में हर साल सैकड़ों की संख्या में अवैध बिल्डिंग तन जाने के बावजूद केडीए की एनफोर्समेंट टीम उनकी कम्पाउंडिंग कराने में नाकाम साबित हो रही है। करंट फाइनेंशियल ईयर के 3 महीने बीत जाने के बावजूद अभी तक केवल 2 अवैध निर्माणों की कम्पाउंडिंग करा सकी है। ऑफिसर्स की मानें तो अगर अवैध बिल्डिंग्स की कम्पाउंडिंग हो जाए केडीए मालामाल हो जाएगा। पर एनफोर्समेंट टीम केडीए का खजाने भरने की बजाए अपनी तिजोरी भरने में लगी रहती है।

8 हजार अवैध निर्माण

केडीए की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते फाइनेंशियल ईयर में सिटी में 800 से अधिक अवैध निर्माण हुए। इसी तरह करंट फाइनेंशियल ईयर में 300 से ज्यादा बिल्डिंग अवैध रूप से तन गई। इसी तरह हर तरह तनती जा रही सैकड़ों अवैध बिल्डिंग्स के कारण शहर में अवैध निर्माणों की संख्या 7900 को पार कर चुकी है। इससे अवैध निर्माणकर्ताओं के साथ केडीए की एनफोर्समेंट टीम की मिलीभगत का साफ अन्दाजा लगाया जा सकता है।

न डिमॉलेशन न कम्पाउंडिंग

हर साल सैकड़ों की संख्या में अवैध बिल्डिंग तनने के बावजूद एनफोर्समेंट टीम अवैध निर्माणकर्ताओं को सबक सिखाने का कोई प्रयास नहीं करती है। केवल इसी फाइनेंशियल ईयर की बात करें तो 300 से ज्यादा अवैध निर्माण होने के बावजूद केवल 2 मामलों में ही डिमॉलेशन की कार्रवाई की है। इससे अवैध रूप से बिल्डिंग तानने वालों में केडीए का कोई डर नहीं रह गया है। वह 50-50 मीटर में 6-6 मंजिल तक बिल्डिंग तान देते हैं। डिमालेशन में नाकाम केडीए की एनफोर्समेंट टीम अवैध निर्माणों की कम्पाउंडिंग में भी जबरदस्त लापरवाही बरत रहा है। ये जरूर है कि अपने गिरेबां को बचाने के लिए फाइलों में सीलिंग व डिमालेशन ऑर्डर जारी कर देते हैं। डिमॉलेशन केवल उन्हीं अवैध निर्माणों का होता है जिनसे सेटिंग-गेटिंग नहीं होती या फिर शासन व अन्य सीनियर ऑफिसर्स तक शिकायत की गई हो।

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सीबीआई छापे की अफवाह से अफरातफरी

बुधवार की दोपहर केडीए में सीबीआई के छापे और 2 बाबुओं को उठा ले जाने की खबर से अफरातफरी मच गई। खासतौर एनफोर्समेंट टीम के इंजीनियर व अन्य इम्प्लाइज में दहशत फैल गई है। हालांकि, मामला दूसरा निकलने पर राहत की सांस ली। दरअसल अवैध निर्माण की शिकायत करने केडीए आए दो युवकों की पुलिस की मौजूदगी में जमकर पिटाई की गई। शरारती तत्वों ने केडीए में सीबीआई छापे की अफवाह फैला दी। केडीए के सेक्रेटरी केपी सिंह ने मारपीट की जानकारी से इंकार किया।

फाइनेंशियल ईयर -2018-19

अवैध निर्माण-- 307

कम्पाउंडिंग-- 2

अवैध निर्माण ध्वस्त- 2

कार्रवाई को लंबित अवैध निर्माण-- 7931

फाइनेंशियल ईयर -- 2017-18

अवैध निर्माण-- 832

कम्पाउंडिंग-- 23

अवैध निर्माण ध्वस्त-- 52

कार्रवाई को लंबित अवैध निर्माण-- 7628