- नवनियुक्त एडीओ ने डकारी थी मनरेगा की 18 लाख रकम

- प्रोन्नति को लेकर विभाग में विरोध, शासन से हुई शिकायत

>BAREILLY: पंचायती राज विभाग में लास्ट ईयर घोटाले में सस्पेंड हुए वीडीओ को सहायक विकास अधिकारी पंचायत 'एडीओ पंचायत' बना दिया गया है। फ्राइडे को गुपचुप तरीके से हुई प्रोन्नति का खुलासा हुआ तो इसका विरोध विभाग के अन्य कर्मचारियों ने करना शुरू कर दिया। विभाग के कुछ कर्मचारियों ने मामले की शिकायत शासन से की है। वहीं, सैटरडे को चार्ज संभालने आ रहे नवागत सीडीओ से भी मामले की शिकायत होगी।

18 लाख गबन में थे फंसे

दमखोदा ब्लॉक के गरगइया गांव में 18 लाख का घोटाला हुआ था। मनरेगा के तहत भेजी गई रकम विकास कार्यो पर खर्च नहीं हुई थी। बल्कि इसे बीडीओ, प्रधान, पूर्व प्रधान, लेखाकार व वीडीओ करन सिंह पर डकारने के आरोप लगे थे। सभी सस्पेंड कर दिए गए थे। जांच एडीपीआरओ वीके सिंह ने की थी। बाद में वीडीओ को क्लीनचिट देने में भी खेल के आरोप लगे थे। सूत्रों के मुताबिक साल भर पहले हुई इस घटना को अधिकारी भूल गए। पूर्व में एडीपीआरओ रहे वीके सिंह डीपीआरओ बने तो उन्होंने घोटालेबाज वीडीओ को एडीओ पंचायत रामनगर बना दिया है। शिकायतकर्ताओं ने पत्र में अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

रामनगर में एडीओ पंचायत ने चार्ज हटाने का अनुरोध किया था। उनका चार्ज नियमानुसार वीडीओ करन सिंह को दिया गया है।

वीके सिंह, डीपीआरओ

मुझे मामले की जानकारी नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।

राम रक्षपाल यादव, प्रभारी सीडीओ