- तीन सॉफ्टवेयर से गुजरेगी विकास कार्यो की कार्ययोजना

आगरा। ग्राम पंचायत को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। विकास कार्यो के नाम पर फर्जीवाड़ा रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर तैयार किए गए हैं। इस सॉफ्टवेयर पर पहले कार्ययोजना को फीड कराना होगा। इसके बाद ही बजट रिलीज किया जा सकेगा।

ये है तीन सॉफ्टवेयर

प्लान प्लस: इस सॉफ्टवेयर पर जो विकास कार्यो की कार्य योजना तैयार की जाएगी, उसे प्लान प्लस पर फीड किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर पर फीडिंग के बाद ही कार्ययोजना की जांच की जाएगी। इसके बाद ये सेंशन होगी। इसके बाद ही इस कार्ययोजना के क्रियान्वयन की अनुमति मिलेगी।

एक्शन प्लस: इस सॉफ्टवेयर पर जो विकास कार्य क्रियान्वित हो चुके हैं, उनका भौतिक सत्यापन कर एक्शन प्लान पर फीड किया जाएगा। तभी ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी के ज्वाइंट एकाउंट में धनराशि रिलीज होगी।

प्रिया सॉफ्टवेयर: इस सॉफ्टवेयर पर दोनों के कार्यो का मिलान किया जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि जो कार्ययोजना बनी थी, उसका क्रियान्वयन हुआ कि नहीं। क्या उसका भौतिक सत्यापन किया गया। इन दोनों का मिलान होने पर पर ही अगले वित्तीय वर्ष का बजट रिलीज किया जाएगा। इसके लिए जिले में सभी एडीएओ पंचायतों को लॉगिन पासवर्ड मुहैया करा दिए गए हैं। हालांकि कुछ अन्य एजेंसियां भी फीडिंग कर रहीं हैं।

अभी 80 फीसदी भी नहीं हो सकी फीडिंग

शासन के निर्देशों के बाद भी अभी तक जिले में ग्राम पंचायत के तहत होने वाले कार्यो की कार्ययोजना की फीडिंग 80 फीसदी तक नहीं हो पाई है। कुछ ब्लॉकों की स्थिति बेहद खराब है। इसमें जगनेर, खेरागढ़, बाह में फीडिंग की स्थिति बेहद कम है। ग्राम पंचायतों में प्रधानों को निर्वाचित हुए दो वर्ष का समय गुजर चुका है।