- परिवहन मुख्यालय ने 15 दिन में मांगा जवाब

DEHRADUN: फिटनेस पेनाल्टी घोटाले में परिवहन मुख्यालय ने तत्कालीन लेखाकार महेंद्र जायसवाल और संभागीय परिवहन अधिकारी के स्टेनो दीपक कुमार को निलंबित कर दिया है। दोनों को 15 दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।

2017 में हुआ था घोटाला

परिवहन विभाग में वर्ष 2017 में फिटनेस पेनाल्टी घोटाला हुआ था। गाडि़यों की फिटनेस में देरी पर लगने वाली पेनाल्टी की रकम में हेरा-फेरी की गई थी। वर्ष 2016 में यह नियम सामने आया था कि फिटनेस में देरी करने पर प्रतिदिन 50 रुपये की पेनाल्टी पर लगेगी। हालांकि, सरेंडर वाहनों के लिए यह शुल्क माफ था। इसी की आड़ में 121 ऐसी गाडि़यों की फिटनेस फीस माफ कर दी गई, जो सरेंडर नहीं हुई थी। इस मामले में हुए खुलासे के बाद इसकी विस्तृत जांच की गई। जांच में भी घपले की पुष्टि हुई। मुख्यालय स्तर पर हुई जांच के बाद मामले में दो कर्मचारियों के शामिल होने की पुष्टि हुई। इस पर विभाग ने लेखाकार का तबादला कर दिया था। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य की बैठक में यह मामला आया था तो उन्होंने इन कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए थे। ट्यूजडे को परिवहन मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। लेखाकार महेंद्र के निलंबन का आदेश आयुक्त परिवहन डी सेंथिल पांडियन और स्टेनो दीपक कुमार का निलंबन आदेश अपर परिवहन आयुक्त सुनीता सिंह ने जारी किया है। अपर परिवहन आयुक्त सुनीता सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दोनों कर्मचारियों को आरोप पत्र जारी कर दिए गए हैं। उन्हें जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।