- सीबीएसई ने स्कूलों की कैंटीन के लिए जारी किया है सर्कुलर

- स्कूलों को कोर्डिनेटर बनाने का दिया गया है निर्देश।

मेरठ- सीबीएसई में अब स्कूलों की कैंटीन का जिम्मा कोर्डिनेटर को दिया गया है। हाल में सीबीएसई की तरफ से एक सर्कुलर जारी कर ये निर्देश दिया है कि कैंटीन को अब कोर्डिनेटर देखेंगे।

जारी किया है सर्कुलर

सीबीएसई ने स्कूलों की कैंटीन को लेकर सर्कुलर जारी किया है। सर्कुलर में सीबीएसई ने स्कूलों की कैंटीन के खाने की जांच के लिए अब एक कोर्डिनेटर नियुक्त करने का निर्देश दिया है। सीबीएसई के अनुसार अब हर स्कूल में एक कोर्डिनेटर के रुप में किसी टीचर को नियुक्त किया जाएगा। ये जिम्मेदारी स्कूल प्रिंसिपल की ही होगी। हर स्कूल में एक कोर्डिनेटर चुनकर उनको कहा जाएगा कि वो कैंटीन के खाने पर नजर रखे।

सर्कुलर जो हैं ठप

- 19 अप्रैल 2017: एक्टिविटी के लिए पैसे वसूलने का नियम जारी किया।

- 23 फरवरी 2017 : बसों की सेफ्टी के लिए रेग्युलर चेकिंग का निर्देश जारी किया।

- 10 फरवरी 2017 : स्कूल में एक्टिविटी पर पैसे वसूल न करने का सर्कुलर दिया।

- 7 फरवरी 2017 : एनसीईआरटी बुक्स के लिए स्कूलों को डिमांड देने को कहा।

- 20 जनवरी 2017: एनसीईआरटी बुक्स के लिए डिमांड लेटर।

- 1 जनवरी 2017 : स्कूल में कैंटीन के खाने की जांच का निर्देश दिया।

- 1 जनवरी 2017: स्वच्छ भारत अभियान

चेयरपर्सन ने किया था वादा

2015 में अप्रैल में जब मेरठ के होटल ब्राबुरा में सीबीएसई चेयरपर्सन ने प्रिंसिपल्स से मीटिंग की थी। उस समय उन्होंने सभी प्रिंसिपल्स के ज्यादा सर्कुलर का मुद्दा उठाने पर कम सर्कुलर जारी करने का वादा किया था।

क्या कहते हैं स्कूल्स

हमारे स्कूल में तो बच्चों के लंच तक का ध्यान रखा जाता है। उनको समझाया जाता है कि वो पौष्टिक खाना खाए,

एचएम राउत, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

इतने सर्कुलर आते हैं, ऐसे में टीचर पढ़ाने का काम करें या फिर सर्कुलर को लागू करने का काम करें, समझ नहीं आता है।

मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

हमारे यहां पहले से ही बच्चों को खाने के लिए समझाया जाता है। कैंटीन पर भी ध्यान दिया जाता है, बाकी कोर्डिनेटर भी बना लिया जाएगा।

प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल

स्कूल में कैटीन का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। इसके साथ ही टीचर बच्चों को समझाते हैं कि वो जंक फूड अवाइड करें।

कपिल सूद, प्रिंसिपल, जीटीबी