- रेलवे ने एक निजी कंपनी को दिया है रेल ढाबा का टेंडर

- बाजार रेट से दुगने दामों पर हो रही बिक्री

आगरा। एक ओर रेलवे पैसेंजर्स को सस्ती और सुलभ सुविधाएं मुहैया करने का दावा करता है, लेकिन मौजूद समय में आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं एक पर स्थित रेल ढाबा के मीनू की रेट बाजार रेट से भी दुगनी है। ढाबा के रेट इतने ज्यादा है कि आम यात्री की पहुंच से दूर हैं। सवाल ये है कि जब ये सुविधाएं आम पैसेंजर्स के लिए उपलब्ध हैं,लेकिन इस सेवा का लाभ पैसेंजर्स भी नहीं ले पा रहे हैं।

मुम्बई की कंपनी ने लिया है टेंडर

आगरा कैंट पर रेल ढाबा का टेंडर एक मुम्बई की कंपनी द्वारा लिया गया है। ज्यादा रेट के बारे में पूछे जाने पर रेल ढाबा के मैनेंजर रिंकू कुमार का कहना था कि ये रेट रेलवे आईआरसीटीसी द्वारा निर्धारित किए हैं। रेट ज्यादा होने की वजह से सेल ज्यादा नहीं है, लेकिन हम क्या कर सकते हैं। ये रेलवे का फैसला है।

नाम ढाबा रेट फाइव स्टार होटल जैसे

आम तौर पर ढाबा शब्द से लोग अर्थ लगाते हैं, किफायती दर पर सस्ते दामों पर खाना उपलब्ध होने की आशा करते हैं। नाम तो ढाबा का है, लेकिन रेट लिस्ट फाइव स्टार होटल जैसे हैं। आपको बता दें कि ट्रेन में सामान्य से लेकर वीआईपी पैसेंजर्स भी ट्रेवल्स करते हैं। रेलवे को उसी हिसाब से रेट निर्धारित करने चाहिए, जिससे आम से खास पैसेंजर्स सुविधा का लाभ उठा सकें।

रेलवे को मिलती हैं ओवरचार्जिग की कंप्लेन

रेलवे को ओवरचार्जिग किए जाने की कंप्लेन मिलती हैं। पिछले चार महीनों में आगरा मंडल में ओवरचार्जिग को 12 कंप्लेन प्राप्त हुई थी। इसमें रेलवे के द्वारा कार्रवाई की गई है। वहीं एनसीआर में खाने की खराब गुणवत्ता को लेकर 2108 कंप्लेन प्राप्त हुई थी। इसमें रेलवे द्वारा कार्रवाई करते हुए कई के ठेका निरस्त कर दिए थे। 1.8 करोड़ का जुर्माना वसूला गया था। रेलवे सूत्रों के अनुसार रेलवे को रोजाना टोल फ्री नं पर 250 से 300 कंप्लेन खाने की गुणवत्ता को लेकर प्राप्त होती हैं।