- जन्मदिन के उल्लास में डूबे कठेरिया भूले संसदीय गरिमा

आगरा। पहली बार संसद पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने पार्लियामेंट की सीढ़ी पर मत्था टेका, तो उनके सांसद ने पार्लियामेंट हाउस मॉडल का केक काटकर जन्मदिन मनाया। प्रधानमंत्री ने जहां पार्लियामेंट हाउस के प्रति अपनी आस्था प्रकट की थी, वहीं जन्मदिन के जश्न में डूबे सांसद लोकतंत्र के मंदिर की गरिमा ही भूल गए। कुछ ऐसी ही तस्वीर शुक्रवार को ताजनगरी में सांसद और एससी-एसटी अध्यक्ष डॉ। रामशंकर कठेरिया के बर्थडे सेलिब्रेशन में सामने आई।

पत्नी संग काटा केक

सांसद कठेरिया का बर्थडे था, तो सुबह से ही शुभकामनाएं देने वाले समर्थकों का तांता उनके खंदारी स्थित आवास पर लगना शुरू हो गया। इस दौरान कठेरिया ने केक भी काटा। केक काटते हुए कठेरिया की ये तस्वीर चर्चा का विषय बन गई। तस्वीर में वह अपनी पत्नी मृदुला कठेरिया और समर्थकों के साथ काट रहे हैं। लेकिन वह जिस आकृति का केक काट रहे हैं, उसने 20 मई 2014 की तस्वीर आम लोगों के जहन में जिंदा कर दी। इसी दिन पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंचे थे। पहली बार पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन के प्रति आपनी आस्था प्रकट करते हुए संसद की सीढ़ी पर मत्था टेका था, जिसने देश-विदेश की मीडिया में खूब सुर्खिया बटोरी थीं। लेकिन अब उन्हीं की पार्टी के सांसद और संवैधानिक पद पर बैठे डॉ। कठेरिया संसद भवन की मार्यादा ही भूल गए। अपने जन्मदिन के उल्लास में इतने मशगूल हो गए कि जिस लोकतंत्र के मंदिर(संसद) की सीढ़ी पर उनके नेता ने मत्था टेका, उसी की आकृति का केक काट अपना जन्मदिन मनाया।