बरेली में 2900 सेंटर्स पर साढ़े तीन लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा

परीक्षा केन्द्र में दो बार दौरा करेंगे हेडमास्टर, हर स्कूल में रहेंगे 2 टीचर्स

BAREILLY:

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की परीक्षाओं का भी आगाज मंडे से शुरू हो रहा है। बरेली जनपद में 2900 केन्द्रों में बेसिक स्कूल्स की परीक्षाएं आयोजित कराई जा रही है। जिनमें करीब 3.5 लाख स्टूडेंट्स शामिल हो रहे। मंडे से क्लास 1 से 8 तक के स्टूडेंट्स इन परीक्षाओं में शामिल होंगे। परीक्षा संपन्न कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सभी केन्द्रों को गाइडलाइंस पहले ही जारी की जा चुकी है। सेल्फ सेंटर्स के तहत कराई जा रही यह परीक्षा दो पालियों में कराई जाएगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 12.30 से 2.30 बजे तक संपन्न होगी। परीक्षा को बिना अव्यवस्था संपन्न कराना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए भी चुनौती रहेगा।

नकल रोकने को इंतजाम

परीक्षा में नकल रोकने के लिए भी निर्देश जारी किए गए है। गाइडलाइंस के तहत परीक्षा केन्द्र बनाए गए सभी स्कूल्स में हेडमास्टर परीक्षा के दौरान कम से कम दो बार मुआयना करने पहुंचेंगे। वहीं परीक्षा खत्म होने के एक घंटे के अंदर ही सभी आंसरशीट्स विभाग को भेज दिए जाएंगे। वहीं परीक्षा के लिए विभाग की ओर से सभी परीक्षा केन्द्रों में दो शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। वहीं नकल रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉयड की भी निगरानी रहेगी। बीएसए व बीईओ समेत शासन की ओर से शाहजहांपुर डायट के प्राचार्य भी बतौर पर्यवेक्षक परीक्षाओं पर नजर रखेंगे। वहीं डीएम की ओर से परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने को परीक्षा केन्द्रों में फ्लाइंग स्क्वॉयड भेजा जाएगा।

बोर्ड का नहीं खौफ

6 साल बाद बेसिक स्कूल्स की इन परीक्षाओं को बोर्ड परीक्षा के तौर शुरू कराया जा सका है। लेकिन बोर्ड परीक्षा के बावजूद स्टूडेंट्स को इसका खौफ नहीं सताएगा। स्टूडेंट्स को परीक्षाओं में फेल होने का डर न रहेगा। परीक्षा में पहली बार सभी स्टूडेंट्स को रिजल्ट जारी होगा। परीक्षा के दौरान स्टूडेंट्स की उपस्थिति के लिए रजिस्टर बनेगा। साथ ही सीटिंग प्लान की व्यवस्था होगी। इसके लिए शासन की ओर से बीएसए को अलग से बजट जारी किया गया है। साथ ही स्कूल्स को भी परीक्षा संपन्न कराने के लिएउ अलग से फंड की व्यवस्था की गई है। हालांकि परीक्षाओं पर शुरू होने से पहले ही खतरा गहरा रहा है।

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