RANCHI: डोरंडा निर्मल हृदय शिशु सदन से रेस्क्यू किए गए बच्चे की अदला-बदली मामले में बुधवार को हाई कोर्ट में सरकार, सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन रूपा कुमारी, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर की ओर से काउंटर एफिडेविट किया गया। अदालत ने सुनवाई के बाद जनवरी के दूसरे वीक में बहस तय की है। इधर, पीडि़त पक्ष ने अदालत को बताया है कि सागर कंडीर की मौत किन वजहों से हुई, इसका भी जिक्र किया गया है। मेरी तिर्की ने बच्चे के मौत मामले में खूंटी सहयोग विलेज समेत अन्य आश्रमों में रखे गए बच्चों को वापस निर्मल शिशु सदन में रखने की मांग की है। कहा कि बिन मां के बच्चे का ठीक से लालन पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं।

कोर्ट ने पूछा था-कैसा बदला बच्चा

गौरतलब हो कि खूंटी के सहयोग विलेज से जबरन सिंगल पैरेंट के बच्चे को अदला-बदली करने के मामले में हाईकोर्ट के एचसी मिश्रा व रत्‍‌नाकर भेंगरा की डिवीजन में सुनवाई हुई थी। अदालत ने कहा था कि जब बच्चा करूणा आश्रम में था तो किस आधार पर भादवि 247/18 के तहत बच्चा छीनने संबंधी प्राथमिकी दर्ज की गई। इस मामले में पूर्व में बुधु कांडिर के बच्चे सागर कांडिर को न देकर बुधू नाग के बेटे मंगरा नाग को खूंटी सीडब्ल्यूसी ने बुधू कांडिर को सौंपने के मामले में सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि कैसे दूसरे के बच्चे मंगरा नाग को बुधू कांडिर को सौंप दिया गया था।

6 सितंबर को हुआ था हैबियस कॉपस फाइल

गौरतलब हो कि छह सितंबर को हाईकोर्ट में बुधू कांडिर ने हैबियस कॉपस फाइल की थी। उसमें कहा गया है कि जबरन उन्हें सागर कांडिर की जगह मंगरा नाग के बच्चे को सौंप दिया गया। बताया जाता है कि अदालत में प्रार्थी की ओर इंटर लोकलिटी अप्लीकेशन दायर किया गया है। एडवोकेट अमित अग्रवाल ने बहस की थी।