- एलयू में राजीव गांधी स्टडी सर्किल कार्यक्रम में शामिल हुए राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत

- नेहरू के किए कार्यो के बूते खड़ा है देश

- कहा, नेहरू पर सुभाष की अटूट आस्था थी

LUCKNOW : आज हमारा देश जिस जगह खड़ा है, उसके लिए नेहरू गांधी की सोच और उनकी दूरदर्शिता की ही देन है। जो भी भारत देश का गुणगान कर रहे हैं, मोदी के साथ खड़े दिख रहे है, वह बीते म्भ् सालों की देन है। यह बात राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लखनऊ यूनिवर्सिटी के मालवीय सभागार में आयोजित पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट व राजीव गांधी स्टडी सर्किल की ओर से आयोजित नेहरू की दृष्टि में भारत विषयक सेमिनार पर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के एक मंथ में ही मंगलयान तैयार करके नहीं भेज दिया गया। इसके पीछे सालों की मेहनत है। सरकार केवल जुमलों के भरोसे नहीं चलाई जाती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के युवाओं को सही इतिहास बताएं न की उनको गुमराह करे।

नेहरू और सुभाष की थी बेहतर जुगलबंदी

एलयू के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के पूर्व हेड प्रो। रमेश दीक्षित ने कहा कि मौजूदा केंद्र की सरकार इतिहास के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग अंबेडकर और सुभाष को नेहरू के समानान्तर खड़ा कर रहे हैं। जबकि सुभाष नेहरू में गहरी आस्था रखते थे। ब् मार्च क्9फ्म् को नेहरू को लिखे गए लेटर से इसकी पुष्टि की जा सकती है। नेहरू की मां की देखभाल सुभाष चंद्र बोस ने ही की थी। उस समय नेहरू जेल में थे और उनकी अन्त्योष्टि का भी जिम्मा सुभाष ने निभाया था। नेहरू सुभाष में बेहतर जुगलबंदी थी। गांधी ने भी क्9 जनवरी क्9ब्ख् को वर्धा में कांग्रेस की बैठक में नेहरू को ही अपना उत्तराधिकारी बताया था। उन्होंने कहा कि जिन आरएसएस के लोगों ने नाखून तक नहीं कटवाए वह आज देश को लोकतंत्र और अहिंसा का पाठ सिखा रहे हैं।

मेक इन इंडिया से पूंजीपतियों को फायदा

अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया का नारा दिया है, यह नारा पूंजीपतियों के लिए है। इसका मतलब हमारे संसाधनों, सस्ती मजदूरी की कीमत पर मुनाफा विदेशी कंपनियों और पूंजीपतियों को, नेहरू ने मेड इन इंडिया शुरू किया था यह इसके ठीक उलट था। अब का मेक इन इंडिया देश के लोगों की बजाय पूंजीपतियों का समर्थक है। कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री ने आज के नेताओं को नेहरू व गांधी से प्रेरणा लेने को कहा। वहीं कैंट विधायक रीता बहुगुणा जोशी ने नेहरू को पुर्नजागरण का प्रतीक बताया।