-घर में कोहराम, छह माह पूर्व हुई थी शादी

-ग्रामीण व परिजनों ने किया पीएम कराने से इंकार

-पुलिस को माननी पड़ी बात, पंचनामा भर किया अंतिम संस्कार

Meerut : भड़ौली गांव में नव दंपत्ति में हुई कहासुनी के बाद पति ने पत्‍‌नी के सिर में गोली मारकर खुद को भी गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। ग्रामीणों का मृतक के घर तांता लगा रहा। उधर सूचना पर सीओ किठौर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजने का प्रयास किया परंतु परिजनों सहित ग्रामीणों ने बिना पीएम के ही अंतिम संस्कार करने का अनुरोध किया। एक तरफ पुलिस उच्चाधिकारियों से बात करने में लगी रही जबकि ग्रामीण शवों को कमरे से निकालकर दाह संस्कार करने लगे। इस दौरान एसपी देहात बेबस नजर आए।

छह माह पहले हुई थी शादी

जानकारी के अनुसार क्षेत्र के ग्राम भड़ौली निवासी जितेन्द्र उर्फ लाला पुत्र स्व। करतार सिंह (24) की शादी लगभग छह माह पूर्व लोदीपुर सोबरन थाना गढ़मुक्तेश्वर निवासी कविता (21) पुत्री धर्मवीर के साथ हुई थी। शादी के बाद से दोनों काफी प्रेम से एक साथ रह रहे थे। परिजनों ने बताया कि सोमवार दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे दोनों खाना खाने के लिए मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में गए। कुछ समय बाद अचानक धमाकों की आवाज आई तो परिजनों ने इसे आतिशबाजी की आवाज समझा। कुछ देर बाद जब घर की महिलाएं किसी काम से ऊपर गई तो कमरे में फर्श पर जितेन्द्र की लाश देखते ही पैरों तले जमीन खिसक गई तभी अचानक बेड पर खून से लथपथ पड़ी कविता को देखते ही घर में कोहराम मच गया।

क्या हुआ, नहीं पता?

कमरे में चारों तरफ खून बह रहा था और दोनों ही मृत अवस्था में पड़े थे। घटना की सूचना गांव में लगते ही लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। मामले की जानकारी पुलिस व उच्चाधिकारियों को दी गई। सीओ किठौर रितेश सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। कमरे से पुलिस को एक तमंचा व एक बुलेट बेड पर पड़ी हुई मिली। पुलिस ने तमंचा कब्जे में ले लिया और शव को पीएम हेतु भेजने का प्रयास किया तो ग्रामीणों सहित परिजन बिना कार्रवाई के अंतिम संस्कार की जिद पर अड़े गए।

उधर, सीओ किठौर ने इस मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। परन्तु ग्रामीणों ने खाकी की एक नहीं सुनी और दोनों को कमरे में निकालते हुए आनन-फानन में अंतिम संस्कार के लिए लेकर चल दिए। एसआई ओमवीर गुप्ता ने शव को रोकने का प्रयास किया परन्तु ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे। आखिर बाद में पुलिस को पीछे हटना पड़ा। तब ग्रामीणों ने गांव के बाहर पति-पत्‍‌नी के शवों का तुरंत अंतिम संस्कार कर दिया।