- कोर्ट ने धरना दे रहे कर्मियों को अस्पताल परिसर से हटने का दिया आदेश

- अस्पताल प्रबंधन ने दिया था कोर्ट में प्रार्थना पत्र

DEHRADUN : श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के निकट धरना दे रहे कर्मचारी अब अस्पताल या अस्पताल परिसर के पास धरना नहीं दे पाएंगे। इस सन्दर्भ में अस्पताल प्रबन्धन ने एक प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया था। कोर्ट ने आदेश जारी कर कहा कि कर्मचारी संघ या उसके सदस्य अस्पताल के भीतर या अस्पताल और एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज की फ्00 मीटर परिधि के भीतर धरना नहीं दे सकते। कोर्ट के आदेश के बाद मरीजों, तीमारदारों व एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन को बड़ी राहत मिली है।

जांच को प्रभावित करने का प्रयास : प्रबंधन

अस्पताल प्रबन्धन का कहना है कि लेखा विभाग व स्टोर में वित्तीय अनियमितताओं की जांच की जा रही है। जांच की जद में आए कर्मी ही धरना देकर जांच को भटकाने की कोशिश कर कर रहे हैं। जांच में ऐसे कई चौंकाने वाले बिन्दु सामने आए हैं। जो बड़ी वित्तीय अनियमितताओं के पुख्ता सबूत दे रहे हैं।

धरने से मरीजों और तीमारदारों को होती है परेशानी

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि धरने की वजह से मरीजों व तीमारदारों को आने-जाने में परेशानी होती है। अस्पताल के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी भूपेन्द्र रतूड़ी ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारी धरने के पहले दिन ही धरना समाप्त कर काम पर लौट आए थे। उन्होंने गलती स्वीकार करते हुए पहले दिन ही धरना समाप्त कर दिया था। कुछ तथाकथित लोग ही धरने पर बैठे थे जिन्हें बाहरी लोग समर्थन कर रहे थे।