KANPUR: मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स पर पुलिस और विधायक की ओर से दर्ज किए गए तीन मुकदमे वापस नहीं होंगे। न्यायिक जांच की रिपोर्ट हाईकोर्ट में सबमिट होने के बाद अब कोर्ट ही तय करेगा कि स्टूडेंट्स पर लिए गए मुकदमे वापस लिए जाएं या नहीं। सैटरडे को मेडिकल कॉलेज पहुंचे मंत्री शिवकुमार बेरिया और स्थिति का जायजा लेते हुए इस मामले में ये बात कही।

ख्ब् स्टूडेंट्स की हुई थी गिरफ्तारी

स्टूडेंट्स पर पुलिस की ओर से दो और विधायक इरफान की तरफ से एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें ख्ब् मेडिकल स्टूडेंट्स की गिरफ्तारी हुई थी। आंदोलन के बाद स्टूडेंट्स को बेल तो मिल गई लेकिन उनकी मांग के अनुरूप उन पर लगे मुकदमे स्पंज नहीं हुए। इस बारे में आईएमए की ओर से काफी आश्वासन भी दिया गया। सैटरडे को मंत्री शिवकुमार बेरिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे और स्थिति साफ की। कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ। अम्बरीश गुप्ता ने बताया कि मंत्री ने न्यायिक जांच की वजह से मुकदमे स्पंज करने को लेकर शासन की असमर्थता जताई है।

सीएम रिलीफ फंड से मिलेगा मुआवजा

हॉस्टल में पुलिसिया कार्रवाई की वजह से हुए स्टूडेंट्स के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद दिलाने का आश्वासन दिया है मंत्री शिव कुमार बेरिया ने स्टूडेंट्स के नुकसान हुए सामान की लिस्ट मेडिकल कॉलेज प्रशासन से मांगी है। पुलिस कार्रवाई के दौरान हॉस्टलों में पुलिस ने जमकर उत्पात और तोड़फोड़ की थी, जिसमें दर्जनों बच्चों के लैपटॉप, बाइक्स, कारें यहां तक की किताबें भी फाड़ दी गई थी। इस लिहाज से अगर स्टूडेंट्स ने मुआवजा मांगा तो शासन को तगड़ा झटका लग सकता है।

नुकसान की कराई वीडियोग्राफी

पुलिसिया कार्रवाई के दौरान मेडिकल कॉलेज में हुई तोड़फोड़ और नुकसान की सैटरडे को वीडियोग्राफी कराई गई। प्रिंसिपल की ओर से इसके लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। इस टीम ने हॉस्टलों में जाकर स्टूडेंट्स से बातचीत करने के साथ ही मौके की वीडियोग्राफी भी की।

सामान्य हुई मेडिकल सेवाएं

सैटरडे को मेडिकल कॉलेज की सभी सेवाएं सामान्य हो गई। इमरजेंसी सहित सभी विभागों में सीनियर और जूनियर डॉक्टर्स ने काम किया, वहीं ओपीडी और इनडोर में भर्ती होने वाले पेशेंट्स की संख्या में भी इजाफा हुआ।

जारी रहेगा स्टूडेंट्स का विरोध

मेडिकल स्टूडेंट्स पर लगे मुकदमे वापस होने तक उनका विरोध जारी रहेगा। सैटरडे को भी मेडिकल स्टूडेंट्स ने कॉलेज कैम्पस कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध जाहिर किया। इस मूवमेंट के मीडिया प्रभारी डॉ। राहुल ने बताया कि जब तक हमारे साथियों के ऊपर से मुकदमे वापस नहीं होगें तब तक सभी डॉक्टर्स काली पट्टी बांध कर काम करेंगे।

सर्कुलेट हो रहे फर्जी वीडियो

मेडिकल स्टूडेंट्स पर पुलिस कार्रवाई और विधायक के समर्थकों की मारपीट से संबंधित कई वीडियो मूवमेंट के दौरान अपलोड हुए थे लेकिन उसी के साथ कई और फर्जी वीडियो कई दिनों से सोशल मीडिया में सर्कुलेट हो रहे हैं। इन वीडियोज में कथित रूप से विधायक समर्थकों द्वारा एक लड़के को उल्टा लटका कर लाठियां मारते हुए दिखाया गया है। डॉक्टर्स कम्यूनिटी में इस तरह के वीडियो व्हाट्सएप और एफबी पर सर्कुलेट हो रहें हैं।

आईएमए ने बनाई रणनीति

आईएमए हॉल में हुई मीटिंग के दौरान आईएमए मेंबर्स ने आंदोलन के कानूनी पहलुओं को लेकर रणनीति तैयार की। आईएमए एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ। देवेंद्र लाल चंदानी ने कहा कि मेडिकल फेटरनिटी से जुड़े लोगों के साथ आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए स्टेट गवर्नमेंट से पेंडिंग पड़ा डॉक्टर्स एंड प्रेक्टिशनर्स स्टेबलिशमेंट एक्ट पास कराने की मुहिम को तेज किया जाएगा।