-कोई नहीं आया मदद के लिए, सभी बने रहे तमाशबीन

-वित्त मंत्री के घर से चंद कदम की दूरी पर गाय ने तोड़ा दम

BAREILLY: एक तरफ योगी सरकार गायों की सेवा के लिए गौशालाएं खुलवा रही है। गो तस्करों पर सख्ती बरत रही है, लेकिन दूसरी ओर सड़कों पर छुट्टा गायों की देखरेख करने वाला कोई नहीं है। कालीबाड़ी रोड पर वेडनसडे एक गाय कई घंटे तक तेज धूप में तड़पती रही और उसकी मौत हो गई। जिस जगह पर गाय मरी, वहां से चंद कदम पर प्रदेश के वित्तमंत्री का घर और ऑफिस है। यहां रोजाना बीजेपी के बड़े-बडे़ नेता व कार्यकर्ता भी आते हैं। बावजूद इसके किसी ने भी गाय की मदद नहीं की। पीएफए मेंबर धीरज पाठक अपनी डाक्टर टीम के साथ मौके पर पहुचे तब तक गाय की मौत हो चुकी थी। गाय को रामगंगा के किनारे दफन कर दिया गया।

तेज धूप में गश खाकर गिरी

स्थानीय लोगों के मुताबिक गायब पिछले कई दिनों दिनों से कालीबाड़ी एरिया में टहल रही थी। वेडनसडे दोपहर में तेज धूप के कारण गाय गश खाकर गिर गई। गाय को तड़पता देख लोगों ने मंत्री के कार्यालय में सम्पर्क कर कर्मचारियों से मदद मांगी, लेकिन स्थानीय पार्षद से मदद मांगने की बात कहकर टाल दिया गया। गाय की हालत बिगड़ती देख स्थानीय लोगों ने पीएफए मेंबर धीरज पाठक को फोन पर जानकारी दी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। जब गाय की मौत की खबर मंत्री के ऑफिस में पहुंची तो सब बाहर निकले।

सुरक्षा प्रभारी से हुई नाेकझोंक

धीरज पाठक ने जब इस बारे में वित्त मंत्री से बात करना चाहा तो सुरक्षा प्रभारी ने मिलने नहीं दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच काफी देर तक नोक झोक होती रही। बाद में, मंत्री ने धीरज पाठक को बताया कि वह सुबह ही लखनऊ से वापस आए हैं। इसलिए इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उपचार करने पहुंचे डाक्टर्स ने बताया कि गाय कुछ खाने व पीने को न मिलने के कारण कमजोर हो चुकी थी। तेज धूप में रहने के कारण गाय ने दम तोड़ दिया। यदि कुछ समय पर उपचार मिल जाता तो गाय बच जाती।