-लालू ने कहा, नरेंद्र मोदी दलित विरोधी, महागठबंधन की बनेगी सरकार

- भाजपा और संघ पर किताबों के साथ आक्रामक रहे लालू प्रसाद

- मोदी की पुस्तक 'कर्मयोग' और गोलवलकर की किताब 'बंच ऑफ थॉट' के पंक्तियां पढ़ कर बतायी

PATNA : नरेन्द्र मोदी दलित विरोधी हैं। इसका प्रमाण स्वयं मोदी द्वारा लिखित पुस्तक है। भाजपा चाहे लाख प्रयास करे बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी । ये कहा लालू प्रसाद ने। लालू प्रसाद ने नरेन्द्र मोदी के चुनावी सभा में बिहार आगमन से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, जेडीयू सांसद पवन वर्मा की उपस्थिति में एक होटल में महागठबंधन की ओर से प्रेस कांफ्रेस किया।

सताने लगा कुर्सी जाने का भय

लालू ने कहा कि बिहार चुनाव में पराजित होने के बाद मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी जाने का भय सताने लगा है। इस कुर्सी पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह काबिज होंगे। उन्होंने फिर से अमित शाह को नरभक्षी कहा। कहा कि नरभक्षी अमित शाह यहां आए हुए हैं। दिल्ली से आए भाजपा नेताओं से होटल भरा है, लेकिन क्षेत्र में उनकी मांग नहीं है। उनको एक ही हेलीकॉप्टर से खदेड़ रहा हूं। लालू प्रसाद ने अपने पास रखीं गायों की संख्या बतायी कहा, गाय की बात है तो मेरे पास भ्0 गायें हैं। मेरे हार्ट में गाय का वाल्व लगा है। बीजेपी में है कोई ऐसा नेता तो गाय को दिल से लगाया हो। कहा मैं गाय की पूजा करता हूं, मोदी ने तो कभी गोबर भी नहीं उठाया है।

दलितों का अपमान किया

लालू प्रसाद ने कहा कि मोदी ने वर्ष ख्007 में प्रकाशित अपनी पुस्तक 'कर्मयोग' में दलित विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है। पुस्तक प्रमाण है कि वे दलितों से कितनी नफरत करते हैं। मोदी की पुस्तक में कहा गया है कि मैला ढोना, कचरा उठाना, मल-मूत्र, गंदगी साफ करने सहित मलिन काम दलित अपनी मर्जी व खुशी से करता है, क्योंकि इससे दलितों को आध्यात्मिक शांति व सुख की प्राप्ति होती है। लालू ने कहा कि दलित भाई मोदी से पूछना चाहते हैं कि यदि मल-मूत्र साफ करने में आनन्द मिलता है तो स्वयं इस कार्य को क्यों नहीं किया? वे अपने गुरु मोहन भागवत से मैला क्यों नहीं उठवाते हैं?

किताब को सामने रख मोदी को नसीहत

लालू ने नरेन्द्र मोदी से सवाल किया कि वे बताएं कि आरक्षण पर चुप क्यों हैं? उनकी चुप्पी आरक्षण खत्म करने की मौन सहमति है। मोदी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की निंदा करें। ऐसा नहीं करते हैं तो माना जाएगा कि वे अपने गुरु मोहन भागवत के आरक्षण समाप्त करने संबंधित बयान का समर्थन कर देश की 80 फीसद आबादी का गला घोंटना चाहते हैं। कहा कि मोदी नकली पिछड़ा हैं। असली पिछड़ा हैं तो दलितों- पिछड़ों के लिए आबादी के अनुपात में आरक्षण दें। निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग का समर्थन करें। लालू ने साफ-साफ कहा कि आरएसएस व भाजपा इस देश में दलित-पिछड़ा को नेस्तनाबूद करना चाहती है। आरएसएस को उन्होंने नफरत फैलाने की फैक्ट्री है कह डाला। लालू ने गोलवलकर की पुस्तक 'बंच ऑफ थॉट' दिखायी और कहा कि पृष्ठ फ्भ्ब् में लिखा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में दलितों के प्रवेश पर सवर्ण समाज का आक्रोश जायज है।