मृतक की मौत के बाद परिवार में छाया मातम

ALLAHABAD: धूमनगंज थाना क्षेत्र के मुबारकपुर कोटवा गांव निवासी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी होरी लाल ने गुरुवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। मौत की जानकारी परिवार के लोगो को हुई तो घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने छानबीन की लेकिन मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। इससे आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। माना जा रहा है कि पारिवारिक कलह के चलते यह नौबत आई होगी।

दो भाईयों में छोटा था

मुबारकपुर कोटवा के दुखीलाल के दो बेटों में होरी लाल छोटा बेटा था। वह सीपीडब्ल्यूडी में बेलदार के पद पर कार्यरत था। कहा जा रहा है कि गुरुवार रात होरी खाना खाने के बाद मकान के नीचे वाले कमरे में सोने चला गया। देर रात बेटे सूरज को प्यास लगी तो वह कमरे की तरफ गया। वहां पिता को गमछे के सहारे पंखे के चुल्ले से फांसी के फंदे में झूलता देख दंग रह गया। चीख पुकार सुन परिवार के अन्य सदस्य भी कमरे की तरफ दौड़ पड़े सूचना मिलने पर धूमनगंज थाने की पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने मृतक के कमरे की छानबीन की लेकिन उसे कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। चौकी प्रभारी राजरूपपुर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों खुदकशी को लेकर कुछ खास कारण नहीं बता पा रहें है लेकिन कहा जा रहा है कि होरी नशे का आदी था। और इसी बात को लेकर उसका पत्‍‌नी से अक्सर झगड़ा होता था। उधर उसकी मौत से पत्‍‌नी शिवरानी, बेटा शिवराज व बच्चे रोते बिलखते रहे।