PATNA/ ARA : सहार थाना एरिया के नाढ़ी गांव में सोमवार सुबह दो अपराधियों ने भाकपा-माले नेता रामाकांत राम को गोलियों से भून दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों भाग निकले। पुलिस को मौके से एक खोखा मिला मिला है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने करीब छह घंटे तक शव को रोककर विरोध-प्रदर्शन किया। हंगामा कर रहे ग्रामीण अपराधियों की गिरफ्तारी, मुआवजा एवं नौकरी की मांग कर रहे थे। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे भोजपुर एसपी अवकाश कुमार के आश्वासन के बाद शव उठ सका।

सीने और पीठ में मारी गोली

हत्या की इस घटना को शोध-प्रतिशोध की कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। मृतक रामाकांत राम (45वर्ष ) नाढ़ी गांव निवासी स्व। सुकन राम के पुत्र थे। अपराधियों ने उनके सीने और पीठ में गोली मारी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मारे गए स्व। रामाकांत भाकपा-माले से लंबे समय तक जुड़े रहे थे। माले एवं रणवीर सेना के बीच संघर्ष के दौरान डबल मर्डर केस के आरोपित भी रहे थे। हालांकि, वर्तमान में सक्रियता कम थी। इस दौरान तरारी के भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद ने भी नाढ़ी गांव जाकर घटना के बारे में जानकारी ली। इधर, इसे लेकर मृतक के पुत्र निरूकांत ने दो के विरूद्ध नामजद केस दर्ज कराया है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा कि सहार थाना के नाढ़ी गांव निवासी भाकपा-माले नेता रामाकांत राम सोमवार की सुबह अपने घर से गांव के पूरब धोबिया टोला नहर की ओर शौच के लिए गए थे। इसी दौरान दो हमलावरों ने माले नेता के सीना एवं पीठ में ताबड़तोड़ दो गोली उतार दी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर आराम से भाग निकले। इस दौरान हो-हल्ला होने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए।

दोहरे कत्ल के थे आरोप

भाकपा-माले नेता रामाकांत राम की हत्या की घटना को दोहरे हत्याकांड के प्रतिशोध से जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि, माले नेता की हत्या में 18 साल पहले मारे गए एक किसान सूर्य नारायण राय के दो बेटों को ही आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद से दोनों आरोपित भाई फरार है। आपको बताते चलें कि मार्च 2000 में सहार थाना के नाढ़ी-बाघी इलाके में किसान सूर्य नारायण राय एवं रजनीश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।