- मॉर्निग में हुई झमाझम बारिश ने छुड़वाई सात परसेंट की परीक्षा

- भारी सुरक्षा के बीच सिटी में ऑर्गनाइज हुई सीपीएमटी

- जुलॉजी-बॉटनी के क्वेश्चंस टेक्निकल, फिजिक्स ने दी राहत

<- मॉर्निग में हुई झमाझम बारिश ने छुड़वाई सात परसेंट की परीक्षा

- भारी सुरक्षा के बीच सिटी में ऑर्गनाइज हुई सीपीएमटी

- जुलॉजी-बॉटनी के क्वेश्चंस टेक्निकल, फिजिक्स ने दी राहत

allahabnad@inext.co.in

ALLAHABAD: allahabnad@inext.co.in

ALLAHABAD: सीपीएमटी <सीपीएमटी ((कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट<कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट) ) देने आए कैंडिडेट्स का बारिश ने भी तगड़ा इम्तिहान लिया। इसके चलते कुछ को परीक्षा छोड़नी पड़ी तो कुछ को सेंटर्स तक पहुंचने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। कुल मिलाकर 9फ् फीसदी कैंडिडेट इस परीक्षा में शामिल हुए। पर्चा लीक के चलते एक बार कैंसिल हो चुकी सीपीएमटी रविवार को भारी सुरक्षा के बीच ऑर्गनाइज हुई।

सेंटर तक पहुंचने में आया पसीना

रविवार को हुए सीपीएमटी में कैंडिडेट्स के लिए बारिश विलेन बन गई। सुबह से शुरू हुई झमाझम बारिश परीक्षा शुरू होने के पहले तक जारी रही, जिससे कैंडिडेट्स को सेंटर तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूर-दराज के इलाकों से आने वाले कैंडिडेट्स काफी मुश्किलों से सेंटर्स तक पहुंचे। इनमें से कइयों को परीक्षा तक छोड़नी पड़ी। कैंसिलेशन के चलते दोबारा हो रही परीक्षा के लिए वेबसाइट पर नए एडमिट कार्ड अवेलेबल कराए गए थे। जो इन्हें डाउनलोड नहीं कर सके उन्हें एक घंटे पहले सेंटर बुलाया गया था। यही रीजन था कि कैंडिडेट्स को जल्दी पहुंचने के चक्कर में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। बता दें कि परीक्षा में कुल क्089ख् कैंडिडेट्स को शामिल होना था जिसमें 7फ्8 कैंडिडेट्स सेंटर नहीं पहुंचे। यानी कुल सात परसेंट अबसेंट पाए गए।

हर सेंटर पर लगाई गई फोर्स

सीपीएमटी ख्ख् जून को होनी थी लेकिन गाजियाबाद में पेपर लीक हो जाने पर ऐन वक्त पर इसे कैंसिल करना पड़ा था। दोबारा यह परीक्षा ख्0 जुलाई को ऑर्गनाइज की गई। फर्जीवाडे और नकल को रोकने के लिए इस बार प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। प्रशासन की ओर से कुल क्9 सेंटर में से प्रत्येक सेंटर पर फोर्स पर तैनात की गई थी। इसके अलावा कुल पांच मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। लखनऊ से सेंटर तक क्वेश्चन पेपर पहुंचाने आए वाहनों को दो आ‌र्म्स गार्ड मुहैया कराए गए थे।

सर, पहले वाला पेपर सरल था

इस साल दोबारा सीपीएमटी देने वाले कैंडिडेट्स को एक बात का मलाल जरूर था। उनका कहना था कि ख्ख् जून को जो क्वेश्चन पेपर कैंसिल हुआ था वह ज्यादा सरल था। इस बार थोड़ा टफ बनाया गया। हालांकि, इसे भी ओवर आल नॉर्मल पेपर ही बताया गया। कैंडिडेट्स और एक्सप‌र्ट्स की मानें तो हर साल की तरह इस बार फिजिक्स के क्वेश्चन सरल थे, वहीं बॉटनी और जुलॉजी के क्वेश्चन थोड़ा घुमावदार रहे। इनको सॉल्व करने में थोड़ी मशक्कत जरूर करनी पड़ी। दोबारा एग्जाम देने आए कैंडिडेट्स में उत्साह की कमी भी नजर आई।

- सीपीएमटी में नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए थे। परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से निपट गई। नकल का कोई मामला सामने नहीं आया।

डॉ। श्रद्धा द्विवेदी, नोडल ऑफिसर, सीपीएमटी

कैंडिडेट्स ने जो कहा

-मॉर्निग में बारिश बहुत ज्यादा हो रही थी। सेंटर तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुल मिलाकर पेपर ठीक रहा। बहुत ज्यादा टफ नहीं था।

मनोज पटेल, अल्लापुर

- वैसे तो क्वेश्चर पेपर आसान था लेकिन फिजिक्स केमेस्ट्री के कुछ सवाल हल करने में टाइम लगा। ख्ख् जून के पेपर के मुकाबले इस बार थोड़ा टफ पेपर था।

महफूज आलम

- क्वेश्चन पेपर कठिन होना या नहीं होना मायने नहीं रखता। जिसकी तैयारी ठीक-ठाक होती है वह हल कर ले जाता है। मुझे सीपीएमटी का पेपर ईजी लगा।

शशिभूषण तिवारी, गोविंदपुर

- उम्मीद नहीं थी कि सुबह मौसम इतना ज्यादा खराब हो जाएगा। जैसे-तैसे लोग सेंटर तक पहुंचे। क्वेश्चन पेपर में जुलॉजी और बॉटनी के क्वेश्चन थोड़े टेक्निकल थे।

- रणजीत सिंह, कीडगंज

- एक बार पेपर कैंसिल होने के बाद कइयों के सेंटर चेंज कर दिए गए थे। इसकी जानकारी वेबसाइट और ईमेल के जरिए मिल गई थी। लास्ट ईयर के मुकाबले इस बार पेपर सरल था।

अभिषेक, सहसों