PATNA : आलमगंज थाना क्षेत्र के महात्मा गांधी सेतु के पाया संख्या-38 के समीप पश्चिमी लेन पर मंगलवार की भोर लोहे की बैरीके¨डग तोड़कर गंगा में गिरी उजले रंग की स्कार्पियो का सुराग शनिवार को बारहवें दिन भी नहीं मिल सका। गायघाट में लेफ्टिनेंट एसके सिंह के नेतृत्व में आठ सदस्यीय नेवी टीम अत्याधुनिक सोनार सिस्टम तथा विशेष क्रेन व उत्तराखंड से आई पांच सदस्यीय टीम वोट से पाया संख्या-38 से काफी दूर तक सोनार सिस्टम से गंगा में लुप्त स्कार्पियो की खोजबीन करते रहे। सुबह सात बजे से लेकर शाम छह बजे तक आठ बोट से गंगा की गहराई में गायघाट से दीदारगंज तक उजले रंग की स्कार्पियो को खोजने में एनडीआरएफ टीम के सदस्य खोजबीन करते रहे। शाम तक सफलता नहीं मिल सकी। गायघाट में एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि रविवार को भी सुबह से नेवी टीम के सदस्य सोनार सिस्टम से गंगा में लुप्त स्कार्पियो की खोजबीन जारी रखेगा।

गंगा में शाम तक जुटी रही नेवी की टीम

नेवी की आठ सदस्यीय एक्सपर्ट टीम के प्रभारी लेफ्टिनेंट एसके सिंह ने शनिवार को बताया कि सोनार टेक्नोलॉजी से गंगा नदी की गहराई में मौजूद ऑ?जेक्ट्स का पता लगाने का प्रयास पाया संख्या-38 से लेकर काफी दूर तक किया गया। थोड़ा सी संभावना बनने पर क्रेन की मदद से भी खोजबीन की गई। अत्याधुनिक सोनार तकनीक का उपयोग कर गंगा में डूबी उजले रंग के स्कार्पियो को ढूंढने के लिए हर संभव कोशिश किया जा रहा है। एनडीआरएफ की वोट पर नेवी एक्सपर्ट टीम दोपहर बाद लैपटॉप द्वारा गंगा में सोनार सिस्टम से खोजबीन को ऑपरेट कर रही थी। उधर उत्तराखंड एसडीआरएफ की पांच सदस्यीय टीम एनडीआरएफ की दूसरी वोट पर गंगा में सोनार सिस्टम से खोजबीन करती रही। नेवी टीम के - सदस्यों ने बताया कि गंगा में पानी में करंट होने से अभियान में परेशानी हो रही है।