प्रोफेसर ने दर्ज कराया है धमकी देने का मुकदमा

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मानव विज्ञान विभाग के प्रोफेसर को जान से मारने की धमकी देने के मामले में छात्रनेता मो। इमरान अंसारी के नेतृत्व में चन्द्रशेखर आजाद पार्क में बैठक हुई। इमरान ने कहा कि छात्र कादिर पर प्रोफेसर द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है। कादिर ने कहा कि मनोविज्ञान विषय के लिए जून में हुए साक्षात्कार में धांधली की गई है। इसमें एक सीट के लिए दो अभ्यर्थी को नियमानुसार बुलाने का प्राविधान है। लेकिन विभाग में 07 सीट के लिए 14 अभ्यर्थियों को बुलाने के स्थान पर 23 अभ्यर्थियों को बुलाया गया।

नाम बताया, अंक नहीं

कादिर का कहना है कि साक्षात्कार में चयनित अभ्यर्थियों का नाम लिस्ट में दर्शाया गया पर उनका अंक किसमें कितना प्राप्त हुआ है, यह नहीं दर्शाया गया है। कादिर का कहना है कि उसने अंकों की जानकारी के लिए प्रोफेसर को फोन किया तो उन्होंने उसे उल्टा सीधा कहा। इसपर छात्र ने हाईकोर्ट जाने की बात कही। प्रकरण को लेकर कादिर ने कुलपति, डीन और कुलसचिव को प्रार्थना पत्र भी दिया है। इसके अलावा 07 जून को उसने आरटीआई भी दाखिल की है। कादिर का कहना है कि प्रोफेसर ने बचने के लिए उसके खिलाफ धमकी का मुकदमा दर्ज करवाया है। छात्रनेता इमरान अंसारी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। बैठक में एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव विवेकानंद पाठक, दीपक मिश्रा, अब्दुल समद, गौरव पांडेय, वकार अंसारी, शबील, बब्लू मौर्य, आलोक कुमार पांडेय, प्रशांत सिंह, बादल आदि शामिल रहे।