-ट्रैफिक लोड के लिहाज से नए चौक-चौराहों को किया गया चिन्हित

-प्रेजेंट टाइम में सिटी का ट्रैफिक 68 ट्रैफिक पुलिस व 137 होमगार्ड के भरोसे चल रहा

-बढ़ते ट्रैफिक लोड को संभालने के लिए विभाग को 120 ट्रैफिक कर्मियों की जरूरत

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DEHRADUN : सब कुछ ठीक चलता रहा तो सिटी में बेलगाम हो चुका ट्रैफिक फिर से पटरी पर लौट आएगा। यह सब संभव होगा ट्रैफिक के स्पेशल प्लान से। इस नए प्लान के तहत न केवल सड़कों की स्थिति सुधारी जानी प्रस्तावित है, बल्कि ट्रैफिक कर्मियों का टोटा भी समाप्त हो जाएगा। इसके बाद सिटी के ट्रैफिक में आए सुधार का फायदा सभी को मिलेगा।

ट्रैफिक सुधारने की कवायद शुरू

दरअसल, राजधानी में बेलगाम हो चुके ट्रैफिक के लिए सड़कों की खस्ताहालत व वाहनों का दबाव जितना जिम्मेदार है उतना ही जिम्मेदार ट्रैफिक कर्मियों की कम संख्या भी है। हालत यह है कि ट्रैफिक कर्मियों की कमी के कारण कई चौक चौराहों पर ट्रैफिक भगवान भरोसे संचालित हो रहा है। नतीजा सड़क हादसे की आशंका बढ़ जाती है। कई मर्तबा इन स्थानों पर सड़क हादसे भी हो चुके हैं। इसको लेकर किरकिरी झेल रही पुलिस ने अब सबक लेते हुए राजधानी के ट्रैफिक को सुधारने की कवायद शुरू कर दी है।

स्वयंसेवी होमगार्ड संभालेंगे कमान

स्पेशल ट्रैफिक प्लान में हर वह बातें शामिल हैं जिससे सिटी के बेलगाम ट्रैफिक में सुधार आएगा। बात चाहे सड़कों की स्थिति सुधारने की हो या फिर ट्रैफिक कर्मियों की संख्या बढ़ाने की। सभी का इसमें विशेष ध्यान रखा गया है। सड़कों की स्थिति सुधारने की जिम्मेदारी लोनिवि को सौंपी जाएगी, जबकि ट्रैफिक कर्मियों का टोटा स्वयंसेवी होमगार्ड के माध्यम से पूरा किया जाएगा। प्लान के तहत वे चौक चौराह भी चिन्हित कर लिए गए हैं, जहां ट्रैफिक भगवान भरोसे संचालित होता है। स्टाफ में बढ़ोत्तरी होते ही इन स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक संभालते नजर आएगी।

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अभी इन चौराहों पर तैनात है ट्रैफिक पुलिस

ट्रैफिक पुलिस होमगार्ड

ग्रेड वैल्यू चौक इंद्रबाबा मार्ग

मधुबन होटल कट आर्यनगर

दिलाराम चौक कनक चौक

यूटीलिटी चौक सर्वे चौक

वेनी मार्केट कर्जन रोड

सर्वे चौक क्रॉस रोड

द्वारिका स्टोर मनोज क्लीनिक

धर्मपुर दून चौक

रिस्पना सुभाष रोड

ग्लोब चौक फव्वारा चौक

पेसफिक तिराहा चंदरनगर कट

ओरियंट चौक रेसकोर्स चौक

घंटाघर धर्मपुर मंडी

दर्शनलाल आराघर टी जंक्शन

दून चौक अग्रवाल बेकरी चौक

एमकेपी चौक सहारनपुर चौक

तहसील चौक टैगोरविला

प्रिंस चौक शनिमंदिर कट

सहारनपुर चौक रेलवे गेट

कारगी चौक कोर्ट रोड

बल्लुपुर चौक कबाड़ी मार्केट

बल्लीवाला चौक बिंदाल चौक

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इन नए चौराहों पर कमान संभालेगी ट्रैफिक पुलिस

:- इंद्रानगर चौक

:- अनुराग चौक

:- मेहूंवाला चौक

:- गिरीश भद्री चौराहा

:- कैट चौक हाथीबड़कला

:- छह नंबर पुलिस रिंग रोड

:- सहस्त्रधारा क्रॉसिंग

:- मसूरी डायवर्जन

:- आराघर चौक

:- नेहरू कॉलोनी तिराहा

:- पंडितवाड़ी चौक

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डीएम को भेजा गया प्रस्ताव

प्रेजेंट टाइम में सिटी का ट्रैफिक म्8 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के भरोसे चल रहा है। जिसमें दो टीआई एक टीएसआई व म्भ् कांस्टेबल शामिल हैं। व्यवस्था के तौर पर क्फ्7 होमगार्ड ट्रैफिक ड्यूटी में लगाए गए हैं, लेकिन अब भी विभाग को क्ख्0 ट्रैफिक कर्मियों की जरूरत है। जिससे फुल फिल करने के लिए स्वयंसेवी होमगार्ड दिए जाने को लेकर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एक प्रस्ताव एसएसपी के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजा गया है।

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क्भ् साल में बेहिसाब वृद्धि

9 नवंबर ख्000 को गठित उत्तराखंड राज्य की अस्थाई राजधानी के तौर पर दून आज भी है। तब की आबादी और अब की आबादी में बेहिसाब वृद्धि दर्ज हो चुकी है। जनगणना के अनुसार देहरादून की पॉप्युलेशन करीब क्ख् लाख पार कर चुकी है। जाहिर है कि जिस रफ्तार से दून की आबादी बढ़ी है, उस हिसाब से गाडि़यों की तादात में भी इजाफा हुआ है। आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्तमान में भ्भ् हजार से अधिक वाहन प्रतिवर्ष आरटीओ में रजिस्टर्ड हो रहे हैं।

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वही सड़कें, वही चौक-चौराहे

राज्य गठन के दौरान दून में जो सड़कें थीं, वही आज भी विद्यमान हैं। सिवाए चकराता रोड के चौड़ीकरण की बात छोड़ दी जाए तो बाकी शहर में वही संकरी सड़कें हैं। आबादी व गाडि़यों की तादात में हुए इजाफा से सड़कों पर ट्रैफिक दबाव खासा बढ़ गया है। जिसे सुचारू करने में ट्रैफिक पुलिस की वही पुरानी व्यवस्था नाकाफी पड़ रही है।

इन चौराहों पर रेंगता रहता है ट्रैफिक

शहर के कुछ मेन चौराहे सबसे व्यस्त चौराहों में गिने जाते हैं। इन चौराहों पर चौबीसों घंटे ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। बावजूद इसके ट्रैफिक का लोड इतना बढ़ जाता है कि जाम लग ही जाता है। जाम लगने के पीछे एक वजह यह भी है कि इन चौराहों पर ट्रैफिक संभालने के लिए जितने कर्मियों की जरूरत होती है उससे कम संख्या में कर्मी तैनात किए जाते हैं। इसके पीछे ट्रैफिक डिपार्टमेंट के पास कर्मियों का कम संख्याबल सबसे बड़ी वजह है।

-सहारनपुर चौक

-दर्शनलाल चौक

-प्रिंस चौक

-दून हॉस्पिटल चौक

-घंटाघर

-ओरिएंट चौक

-सर्वे चौक