Choose right bonsai
आपको बोन्साई के सैपलिंग किसी भी नर्सरी में आसानी से मिल जाएगी. ऐसे प्लांट्स चूज करें जो एवरग्रीन वेराइटी के हों या फिर बैम्बू की स्पिशीज में से हों. ऐसे सैपलिंग चूज करें जिसमें ढेर सारी पत्तियां हों और ट्रंक हार्ड हो.
Bonsai pot
उन्हें लगाने के लिए ऐसा पॉट चूज करें जो जो इतना सॉइल होल्ड कर ले ताकी प्लांट के रूट्स कवर हो जाएं. ये ध्यान रखें की पॉट ज्यादा छोटा ना हो वरना प्लांट को सपोर्ट नहीं मिल पाएगा.
How to maintain your bonsai?
1-अगर आप चाहते हैं कि बोनसाई किसी खास दिशा में उगे तो ट्री ट्रंक में जहां से भी चेंज चाहिए वहां ढ़ीला एल्युमिनियम तार बांध दें. फिर धीरे से उसे मोडक़र नया फॉर्म दें.
इसमें ये ध्यान रखने की जरूरत है कि पेड़ के बढऩे पर उस पर तार के निशान ना आएं. एक बार अपना फॉर्म लेने के बाद तार को हटा दें.
2-समय-समय पर पेड़ की पत्तियों को भी ट्रिम करने की जरूरत होती है ताकी सड़ी पत्तियों को हटाने में हेल्प मिले. उसे हेल्दी रहने के लिए प्रॉपर सनलाइट, फर्टिलाइजर और वॉटर की भी जरूरत होती है.
3-बोन्साई को दो साल में एक पॉट से हटाकर दूसरे पॉट में रीप्लांट करें.
Bonsai fengshui connection
1-वैसे तो कोई भी प्लांट बोन्साई के फॉर्म में लगाया जा सकता है, लेकिन स्वीट लाइम ट्री, एप्पल ट्री, चाइनीज ऑरेंज ट्री, रोज वगैरह ऐसे प्लांट हैं जो इंडिया में आसानी से लगाए जा सकते हैं.
2-बोन्साई में प्लांट की एनर्जी को सेंट्रलाइज करके एक छोटे ट्री का डिजाइन दिया जाता है और जो पॉजिटिव एनर्जी का सोर्स होता है.
3-फ्रूट बियरिंग और फ्लावरिंग बोनसाई ट्री को कपल्स के रूम में रखना बेहतर रहता है. ये कांफ्लिक्ट्स को दूर करने में हेल्प करते हैं.
4-बच्चों का रूम अगर नॉर्थ वेस्ट में हो तो पिरामिड शेप का बोनसाई रखें.
5-बोन्साई को हमेशा अपने घर के एंट्रेंस के अपोजिट लगाएं.
Pay attention!
1-बोन्जाई को कभी भी एंट्री गेट के बाहर ना लगाएं.
2-कलर्ड बोन्जार्ई प्लांट्स को हमेशा किसी अच्छे वास्तु या फेंगशुई एक्सपर्ट से कंसल्ट करके ही घर में प्लेस करें क्योंकि हर घर में जोन का डिफरेंस होता है ओर कौन सा प्लांट
कहां लगाना चाहिए ये भी मैटर करता है.
3-अगर आपके घर का सेंट्रल प्वॉइंट खुला नहीं है तो वहां बोन्जार्ई ना रखें.
4-जो बोन्जाई आप घर में लगा रहे हैं उसकी स्टेम ड्राई होनी चाहिए और उसमें थॉन्र्स नहीं होने चाहिए.