हिंदुस्तान टाइम्स व्याख्यान में शामिल होने के लिए भारत आए इमरान खान ने भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों पर खुल कर बातचीत की.

उन्होंने स्वीकार किया कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच होने वाली क्रिकेट सिरीज़ से ज़्यादा कोई सिरीज़ पूरी दुनिया में नही देखी जाती.

इमरान खान ने कहा," हिंदुस्तान और पाकिस्तान की क्रिकेट सिरीज़ में इतनी ज़्यादा दिलचस्पी होने से इसमें पैसा भी सबसे ज़्यादा हैं. भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास तो पैसे की कोई कमी नही हैं लेकिन पाकिस्तान बोर्ड को इस समय पैसे की सख्त ज़रूरत हैं. पाकिस्तान में पिछले छह-सात साल के कोई टीम खेलने नही आई हैं. अगर हिंदुस्तान और पाकिस्तान आपस में खेलते हैं तो उससे जो पैसा आएगा उससे दोनो देशों की क्रिकेट में और बेहतरी हो सकती है. "

पाकिस्तान को फायदा

"भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास तो पैसे की कोई कमी नही हैं लेकिन पाकिस्तान बोर्ड को इस समय पैसे की सख्त ज़रूरत हैं. हमारे पाकिस्तान में पिछले छह-सात साल के कोई टीम खेलने नही आई हैं. अगर हिंदुस्तान और पाकिस्तान आपस में खेलते हैं तो उससे जो पैसा आएगा उससे दोनों देशो की क्रिकेट और बेहतरी हो सकती है."

इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को इससे बहुत फायदा हो सकता है क्योंकि इससे पाकिस्तान में क्रिकेट की बुनियादी सुविधाएं, स्टेडियम सभी चीज़ों में बढ़ोत्तरी हो सकती है, इसलिए वो हिंदुस्तान और पाकिस्तान सिरीज़ को फिर से शुरु कराए जाने के समर्थक हैं.

इमरान खान ने इसके अलावा राजनीति से जुड़े सवालो के जवाब भी अपने ही अंदाज़ में दिए लेकिन जिस ईमानदारी से उन्होने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट रिश्तो की गर्मी को महसूस किया और पाकिस्तान क्रिकेट को इन दिनों हो रहे नुकसान की बात को बिना किसी लाग-लपेट के स्वीकार किया उससे साबित हो गया कि भले ही इमरान खान राजनीति की नई पिच पर इन दिनों खेल रहे है लेकिन क्रिकेट को लेकर उनका दिल आज भी पहले जैसा ही धडकता हैं.

1970 से 1990 के दशक में दुनिया के सबसे बेहतरीन आलराउंडर में से एक रहे इमरान खान ने 88 टेस्ट मैचों में 6 शतको की मदद से 3807 रन बनाए और 362 विकेट लिए.

इसके अलावा उन्होने 175 एकदिवसीय मैचों में एक शतक की मदद से 3709 रन बनाए और 182 विकेट भी लिए. इतना ही नही उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में आयोजित विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट भी जीता.

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