- त्योहारों के मौसम में सोशल मीडिया पर निगाह रखने को पुलिस की पहल

- डीजीपी के निर्देश के बाद एडीजी जोन ने सभी थानों को दिया आदेश

- सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर रखेंगे निगाह, कहलाएंगे डिजिटल वारियर्स

VARANASI

त्योहारों का मौसम पास आते ही पुलिस का होमवर्क शुरू हो गया है। अफवाहों पर निगरानी और इन्हें फैलने से रोकने के लिए पुलिस पहले खुफिया विभाग की ड्यूटी लगाती थी। मगर अब सोशल मीडिया की धूम होने से पुलिस ने भी अपने तरीके बदल लिए हैं। अफवाहों को रोकने के लिए अब कुछ स्पेशल कॉप बनाए जा रहे हैं, इन्हें 'डिजिटल वॉरियर्स' का नाम दिया गया है।

कोई भी हो सकता है मददगार

एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि पुलिस का डिजिटल वारियर कोई भी बन सकता है। यह दरअसल अपने समाज में शांति बनाए रखने की एक पहल है। इस व्यवस्था में छात्र, गृहणियां, व्यवसायी, नौकरीपेशा या रिटायर लोग भी भागीदार बन सकते हैं। इनका काम होगा फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रहीं अफवाहों की सूचना पुलिस को देना और जहां तक संभव हो अपने ग्रुप्स और परिचितों में इनका खंडन करना है। डिजिटल वॉरियर्स की पहचान हर हाल में गुप्त रखी जाएगी।

थानास्तर पर बनेंगी टीमें

एडीजी ने बताया कि डीजीपी के निर्देश पर थानास्तर पर डिजिटल वॉरियर्स की टीमें बनाई जाएंगी। थानेदार खुद इनके संपर्क में रहेंगे और इनकी सूचनाओं को संज्ञान में लेकर उनका जवाब देंगे। जरूरी हुआ तो अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। इन सूचनाओं को यूपी पुलिस के 'वायरल चेक' ट्विटर हैंडल के जरिए भी प्रसारित कराकर लोगों को आगाह किया जाएगा।

ताकि न बिगड़े माहौल

सोशल मीडिया की अफवाहों और गलत सूचनाओं से पहले भी तमाम अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं। प्रदेश में भी कुछ शहरों में हिंसक मामले सामने आए हैं। 2013 में मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगों के बाद तालिबान के कुछ वीडियो वायरल हुए थे। हालात कुछ ऐसे हुए कि पुलिस को ऐसे वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम तक घोषित करना पड़ा था। ऐसी पिछली घटनाओं को देखते हुए पुलिस एहतियात बरत रही है ताकि त्योहारी मौसम में शहरों का माहौल न बिगड़े।

बयान

सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों को रोकने के लिए डीजीपी के निर्देश पर यह शुरुआत की गई है। आम लोग भी इस मुहिम से जुड़कर समाज के प्रति अपना फर्ज अदा कर सकते हैं।

पीवी रामाशास्त्री, एडीजी जोन वाराणसी