- लड़की भगाने के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने गए थे दरोगा और सिपाही

- लोहता थाना प्रभारी के समझाने-बुझाने पर शांत हुए ग्रामीण

VARANASI

लोहता थाना क्षेत्र के कनईसराय गांव में बुधवार को सादी वर्दी में दबिश देने गए एक दरोगा और तीन सिपाहियों को गांव वालों ने बंधक बना लिया। घंटों चले ड्रामा के बाद एसओ लोहता के काफी मनाने पर ग्रामीण शांत हुए और दरोगा-सिपाहियों को छोड़ा। ग्रामीणों ने कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर भी दी है। लोहता क्षेत्र के एक व्यक्ति ने पांच जुलाई को अपनी 15 वर्षीय बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए लल्लापुरा निवासी वारिस और शहाबुद्दीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बुधवार की सुबह आरोपियों की लोकेशन मिलने पर लोहता थाने से दरोगा भूपेंद्र सिंह, सिपाही पवन यादव, राहुल प्रसाद और मैनेजर चौहान कनईसराय गांव पहुंचे। आरोपियों को उन्होंने पकड़ लिया और लेकर थाने चलने लगे। इसी बीच गांव के लोग जुट गए और सादी वर्दी में पुलिसवालों को घेर लिया। ग्रामीणों ने दरोगा और सिपाही को रस्सी से बांध दिया। दरोगा के परिचय देने पर भी वह नहीं माने। सूचना पर लोहता थाना प्रभारी रामकुमार सिंह भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को काफी समझाया तब ग्रामीण माने। गांव के लोगों का आरोप था कि सिपाहियों के साथ कुछ और लोग भी थे और उनके पास चाकू भी थे। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देने की बात कही और पुलिसकर्मियों के साथ आरोपियों को लेकर थाने आए।