-जिला पुलिस की मांग पर डीजीपी ने की पूरी

-बनारस को मिले 254 रिजर्व जवान, और फोर्स जल्द

वीआईपी आगमन और विशेष मौकों पर वाराणसी जिले में अब फोर्स की कमी नहीं होगी। जिले में वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट की बाढ़ को देखते हुए डीजीपी ने बनारस पुलिस को अलग फोर्स देने का निर्देश दिया था। जिसके बाद जिले को 254 जवान मिल चुके हैं। आगे कुछ और फोर्स मिलने की भी संभावना है।

चुनावी साल में बढ़ेंगे दौरे

चुनावी साल यानी 2019 को देखते हुए बनारस में वीआईपी दौरों में तेजी आने की उम्मीद है। 17 सितंबर के दो दिनी दौरे से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पैरिशेबल कार्गो सेंटर के उद्घाटन के लिए 14 जुलाई को वाराणसी आए थे। इस बीच सीएम की भी तीन विजिट वाराणसी में हो चुकी है। अगले कुछ महीनों में वाराणसी में लगातार पीएम और सीएम का आगमन होना है। इसके अलावा हर सप्ताह केंद्रीय मंत्रियों, प्रदेश के मंत्रियों और अन्य वीआईपी का वाराणसी आना जाना लगा रहता है।

रुक जाते थे पुलिस के तमाम काम

वीआईपी विजिट और खासतौर पर पीएम या सीएम के आगमन से पहले पुलिस के कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण जैसे तमाम काम रुक जाते थे। फोर्स की व्यवस्था, ड्यटी और ब्रीफिंग-रिहर्सल जैसे कामों में अफसरों के भी पसीने छूट जाते थे। जिला प्रशासन पिछले दो साल से वीआईपी मूवमेंट के लिए अलग फोर्स की डिमांड मुख्यालय से कर रहा था। जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने ये कदम उठाया।

पूरे प्रदेश में जारी किया सर्कुलर

वाराणसी जिले को 254 नए सिपाही देने के साथ ही डीजीपी ने पूरे प्रदेश में सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि वाराणसी और आसपास के जिलों में जाने के इच्छुक पुलिसकर्मी अपना आवेदन कार्मिक विभाग को भेज सकते हैं। सर्कुलर के बाद स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद की जा रही है कि बनारस को जल्द ही दरोगा, इंस्पेक्टर और सीओ स्तर के अफसरों की फोर्स मिलेगी।

वर्जन--

जिले को फिलहाल 254 नए सिपाहियों की फोर्स दी गई है। जाहिर है रिजर्व फोर्स के आ जाने से वीआईपी विजिट के दौरान काफी आसानी होगी। जिले की फोर्स का भी बेहतर इस्तेमाल किया जा सकेगा।

आनंद कुलकर्णी, एसएसपी