-जेएचवी मॉल में दो युवकों की हुई हत्या की घटना का है आरोपी

-सारनाथ में दोस्त के यहां था छिपा, क्राइम ब्रांच व कैंट पुलिस ने दबोचा

-पूछताछ में बताए कैसी रची गई वारदात करने की साजिश

कैंट थाना एरिया के जेएचवी मॉल में अंधाधुंध गोलियां बरसा कर दो युवकों की हत्या के आरोपी व 25 हजार के इनामी रोहित सिंह को क्राइम ब्रांच व पुलिस ने सारनाथ से दबोच लिया। शुक्रवार को पुलिस लाइन में मीडिया से रूबरू एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि अस्थाई पता निराला नगर सिगरा निवासी रोहित सिंह के इशारे पर ही आलोक उपाध्याय सहित दो अन्य बदमाश असलहा लेकर मॉल में दाखिल हुए थे। चूंकि रोहित खुद मॉल के फ्लाइंग मशीन में कार्यरत था इसलिए सिक्योरिटी गार्ड ने तीनों को इंट्री प्वाइंट पर चेक नहीं किया। गिरफ्तार रोहित सिंह विद्यापीठ का छात्र है। उसने पुलिस की पूछताछ में कबूल किया कि आलोक की मासूका की बहन प्यूमा स्टोर में जॉब करती थी, सेल्समैन प्रशांत अक्सर उससे बदसलूकी करता था, जब यह बात आलोक को मालूम चली तो प्रशांत की नदेसर में पिटाई की गई थी। इससे खफा प्रशांत ने अपना प्रभाव दिखाते हुए प्रेमिका की बहन की जॉब भी छुड़वा दी थी। बहन के बेरोजगार होने पर प्रेमिका के कहने पर आलोक ने बिहार के दोस्त ऋषभ और कुंदन से सम्पर्क साधा।

पुलिस कार्रवाई बताने को था रुका

एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ ने बताया कि मूल रूप से कैमूर बिहार निवासी रोहित सिंह व चंदौली निवासी आलोक उपाध्याय, ऋषभ और कुंदन सिंह एक साथ जेएचवी मॉल में पहुंच प्रशांत को ढूंढने लगे। पूछताछ में रोहित ने बताया कि काफी देर तक माल के अंदर ढूंढने पर जब प्रशांत नहीं मिला तो वहां मौजूद अन्य सेल्समैन को धमकी देते हुए आलोक, ऋषभ और कुंदन मॉल के बाहर आने लगे। इसी बीच एक सेल्समैन ने आलोक की पिस्टल छिन ली और मारने-पीटने लगा। यह देख ऋषभ और कुंदन अपनी पिस्टल निकाल अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। रात में पता चला कि गोलियों का शिकार चार लोग हुए हैं जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद आलोक, ऋषभ और कुंदन मुझे सारनाथ में छोड़ फरार हो गए। सारनाथ में एक दोस्त के यहां रुका हुआ था। यह पता करने के लिए कि पुलिस क्या कर रही है।

तीन को तलाश रही 12 टीमें

कुख्यात अपराधियों को झटपट दबोचने वाली बनारस पुलिस को जेएचवी हत्याकांड में शामिल रहे हत्यारे नहीं मिल रहे हैं। हत्यारों की खोज में बनारस पुलिस की 12 टीमें ताबड़तोड़ पूर्वाचल सहित बिहार तक में छापेमारी कर रही हैं। पुलिस को अनुमान है कि 25 हजार का इनामी आलोक बिहार निवासी अपने साथी ऋषभ और कुंदन सिंह के साथ बिहार में ही छिपा है।

आलोक के करीबी अंडरग्राउंड

छात्र से इनामिया हुए आलोक उपाध्याय और रोहित सिंह के करीबी दोस्तों ने शहर छोड़ दिया है। छात्रसंघ चुनाव में जिसका दमखम से आलोक ने प्रचार-प्रसार किया था वह भी भूमिगत हो गए हैं। कारण कि इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने आलोक के करीबी एक दर्जन से अधिक छात्रों को उठाया था। पुलिसिया कार्रवाई से बचने को छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी नंबर बदल लिया है।

लाइसेंस रद करने को भेजा लेटर

मॉल के अंदर सिक्योरिटी में हुई बड़ी चूक को संज्ञान में लेते हुए पुलिस प्रशासन ने जेएचवी मॉल के ओनर व चंदौली के पूर्व सांसद जवाहर लाल जायसवाल, पुत्र गौरव जायसवाल और मॉल प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यही नहीं, हॉक्स सिक्योरिटी एजेंसी के लाइसेंस निरस्तीकरण को एसएसपी ने जिला प्रशासन को लेटर भी भेजा है।