जनरल इलेक्शन के समय नेता बातें तो बड़ी-बड़ी करते हैं, लेकिन जब काम करने का समय आता है तो वादे कहीं पीछे रह जाते हैं. नेता अपने वादों और मुद्दों को भूलें न इसलिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इन एसोसिएशन विद रेडियो सिटी 91.1 एफएम मिलेनियल्स स्पीक जनरल इलेक्शन 2019 के मंच पर वोटर्स ने उन्हें उनके वादे याद कराए, जो सैटरडे को रिंगरोड स्थित एसआरएम टाटा मोटर्स में हुआ.

महंगाई और गुंडागर्दी पर लगे लगाम

जनरल इलेक्शन में वे कौन से मुद्दे होंगे जिन्हें अपने दिमाग में रख कर वोट करने जाएंगे जैसे यह सवाल आरजे मयंक ने दागा सबसे पहले बोलते हुए आकाश मिश्रा कहते हैं कि साफ-सफाई एक ऐसा मुद्दा है जिसपर ध्यान देना चाहिए. लोग पान-मसला चबाकर जहां-तहां गंदा कर देते हैं. लोगों को भी खुद पर संयम रखना चाहिए. इसके साथ ही आने वाली गवर्नमेंट को भी सफाई कर्मचारियों के साथ लोगों को और ज्यादा अवेयर करना चाहिए. वहीं अभिनव खंडेलवाल महंगाई और गुंडागर्दी का मुद्दा उठाते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा वोट उसी को जायेगा जो गुंडागर्दी को कम करेगा और महंगाई पर लगाम लगाएगा. देवेंद्र त्रिवेदी कहते हैं कि बेरोजगारी ज्यादा बढ़ गई है इसलिए मेरा वोट उसी को जायेगा जो यूथ को ज्यादा जॉब देने की सही पॉलिसी लाएगा. यूपी से कई दिग्गज नेता हैं ,लेकिन यहां इंडस्ट्री ज्यादा नहीं हैं. गवर्नमेंट ऐसी पॉलिसी लाये जिससे प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्री आएं जिससे लोगों को ज्यादा जॉब के आप्शन मिलें.

वीमेन सेफ्टी सबसे जरूरी

मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर मुद्दों की बात आगे बढ़ी तो अर्चिता, रीतिका और मधुरिमा ने भी वीमेन सिक्योरिटी के साथ रिजर्वेशन का मुद्दा बड़ी ही गंभीरता के साथ उठाया. अर्चिता श्रीवास्तव कहती हैं कि बेरोजगारी और रिजर्वेशन मेरे लिए बड़ा मुद्दा है. रिजर्वेशन पिछड़े लोगों को आगे लाने के लिए है, लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आता है. गवर्नमेंट को इसके बारे में सोचना चाहिए. इसके साथ गुंडागर्दी पर भी लगाम लगनी चाहिए. वहीं रीतिका सक्सेना कहती हैं कि साथ तो सभी का चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. रिजर्वेशन कास्ट बेस पर नहीं बल्कि एजुकेशन के आधार पर होना चाहिए. कई लोग पढ़ाई में तेज होते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते हैं. रिजर्वेशन ऐसे लोगों को मिलना चाहिए. इसके साथ यह भी कहना चाहूंगी कि वीमेन सेफ्टी को लेकर बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन कोई बदलाव होता नहीं दिखाई देता है. आज भी बाहर निकलने में डर लगता है. गवर्नमेंट जो भी आये वो इन मुद्दों पर ध्यान दे और काम करके दिखाये. वहीं रीतिका की बात को आगे बढ़ाते हुए मधुरिमा राय कहती हैं कि यह बात सही है कि वीमेन सिक्योरिटी को लेकर ज्यादा कुछ होता नहीं है. इसके साथ सिटी की ब्यूटीफिकेशन जो हो रही थी वह भी बंद हो गई है. गवर्नमेंट को इसके बारे में ध्यान देना चाहिए. लोगों की मानसिकता आज भी नहीं बदली है. इन मुद्दों के अलावा मेरे लिए राम मंदिर मुद्दा भी बेहद अहम है. इसपर भी बात होनी चाहिए.

प्रोजेक्ट वह जो काम आये

मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर गर्मागर्म मुद्दों के बीच यज्ञ नारायण सिंह सभी का ध्यान ग्रामीण क्षेत्र की ओर ले जाते हैं. वह कहते हैं कि गांवों का विकास भी उतना ही जरूरी है जितना शहरों का है. सिटी के बाहर कई ऐसे प्रोजेक्ट बना दिए जाते हैं जिनकी कोई जरूरत ही नहीं होती है. कई ते महज कागजों पर चल रहे होते हैं. गवर्नमेंट को यहां हो रहे करप्शन की ओर लगाम लगाना चाहिए. ऐसे प्रोजेक्ट पर रोक लगाये जिनकी जरूरत ही नहीं है. वहीं साहिल सिद्दकी के लिए ट्रैफिक व्यवस्था सबसे बड़ा मुद्दा है. वह बताते हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की बेहद आवश्यकता है. अगर आप दूर से आते हैं तो आपको काफी समय लग जाता है आने-जाने में. ऐसे में गवर्नमेंट को फुलप्रूफ प्लान बनाना चाहिए, जिससे लोग आराम और कम समय में अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच सकें. इसके साथ सजेशन देते हुये कहते हैं कि गर्मी आने वाली है ऐसे में अपने साथ एक पानी की बोतल जरूर रखे और जहां भी आपको कोई पुलिस या ट्रैफिक कर्मी नजर आये उसको पानी जरूर दें. उनका भी सम्मान और सहायता करना हमारा फर्ज होना चाहिए. उनके इस सजेशन को पैनल में मौजूद अन्य लोगों ने काफी सराहा और तारीफ भी की.

यूथ को करें जागरूक

अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी मुद्दों की बात में आशीष कुमार सिंह बताते हैं कि गवर्नमेंट जो भी आये वह यूथ को जागरूक करे. उन्हें जागरूक करना सबसे ज्यादा जरूरी है. हम इन्ही से उम्मीद कर सकते हैं. इसके साथ करप्शन को भी खत्म करना होगा तभी जो पैसा बजट के नाम पर काम के लिए दिया जाएगा वह उसी में लगेगा. पीयूष अग्रवाल कहते हैं कि गवर्नमेंट जो भी आये वो राष्ट्रवादी हो और राष्ट्रवाद के सिद्धांत पर ही आगे बढ़कर काम करे. इसके साथ देश की सिक्योरिटी भी सबसे जरूरी है. आखिरी में बोलते हुये अमरेश कुमार सिंह कहते हैं कि मेरे लिए करप्शन सबसे बड़ा मुद्दा है. कई खराब नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को खराब किया है इसलिए जो भी गवर्नमेंट आये वह काम करे. तभी देश का भला होगा. नई उर्जा के साथ नया भारत तभी बनेगा.

मेरी बात

गवर्नमेंट जो भी आये वह राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाये क्योंकि देश का मान और सुरक्षा सबसे पहले है. इसके साथ गवर्नमेंट आर्मी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खुली छूट दे ताकि जड़ से आतंकवाद का सफाया किया जा सके.

- पीयूष अग्रवाल

कड़क मुद्दा

बात अगर मुद्दों की हो तो मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर गुंडागर्दी और वीमेन सिक्योरिटी का मुद्दा सबसे कड़क मुद्दा बना रहा. पैनल में मौजूद सभी का मानना था कि जब भी इलेक्शन आता है तो नेता इनपर बड़े-बड़े वादे तो करते हैं, लेकिन आज भी स्थिति सड़कों पर वैसी ही है. शाम को बाहर जाने से आज भी डर लगता है. गवर्नमेंट जबतक इसको लेकर सख्ती नहीं करेगी तबतक इनपर रोक नहीं लगेगी.

सतमोला खाओ कुछ भी पचाओ

इलेक्शन के दौरान हर कोई गुंडागर्दी को खत्म करने की बात करता है, लेकिन इलेक्शन के बाद ऐसा होता नहीं है. ऐसे में वोटर्स को भी नेताओं की यह बातें हजम नहीं होती हैं इसलिए अब वोटर्स भी कहते हैं कि काम करेंगे तो वोट मिलेगा.

मिला सतमोला गिफ्ट हैंपर

मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर आरजे मयंक ने रीतिका सक्सेना को रिजर्वेशन का मुद्दा उठाने के लिए सतमोला की ओर से एक शानदार गिफ्ट हैंपर दिया.

राजनीटी आज यहां पर

स्थान - सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, जानकीपुरम

समय - 12:30 बजे

कोट

साफ-सफाई सबसे ज्यादा जरूरी है. लोगों को भी खुद पर कंट्रोल करना चाहिए. इसके लिए गवर्नमेंट को ज्यादा अवेयरनेस प्रोग्राम करने चाहिए.

- आकाश मिश्रा

महंगाई और गुंडागर्दी पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए. मेरा वोट उसी को जायेगा जो इन मुद्दों पर काम करेगा.

- अभिनव खंडेलवाल

रिजर्वेशन का सही फायदा होता दिख नहीं रहा है. जिनको मिलता है उनकी स्थिति आज भी वैसी ही है. गवर्नमेंट जो भी आये वह इसके बारे में सोचे.

- अर्चिता श्रीवास्तव

वीमेन सेफ्टी पर बात होती है, लेकिन काम कुछ नहीं होता है. वीमेन को रात में भी सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन मिलना चाहिए. लोगों की मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है.

- मधुरिमा राय

ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की बेहद आवश्यकता है. ताकि लोग आराम और समय से पहुंच सकें. इसके साथ हमे ट्रैफिक और पुलिसकर्मी का सम्मान भी करना चाहिए.

- साहिल सिद्दकी

यूथ को जागरूक करने की जरूरत है क्योंकि इनसे ही कुछ करने की उम्मीद होती है. इसके साथ करप्शन को भी खत्म करना होगा.

- आशीष कुमार सिंह