ऐसे स्टूडेंट्स पर कोई कार्रवाई ना करना, उनको और उत्साहित करता है। वो अगली बार और बड़ी घटना को अंजाम देते हैं।

बढ़ीं घटनाएं

सीसीएसयू कैंपस और सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट पहले भी कई बार आपराधिक घटनाओं में पकड़े जा चुके हैं। हाल की बात की जाए तो अप्रैल और मई में ही कैंपस के अंदर बाहर दारू पीकर हंगामा करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं।

नहीं होती कोई चेकिंग

कहने को यूनिवर्सिटी और छोटू राम कॉलेज में होम गार्ड और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड तैनात हैं। लेकिन ये गार्ड ना तो किसी को आने से रोकते हैं और ना ही किसी को जाने से रोकते हैं। एक दो बार अगर किसी गार्ड ने स्टूडेंट्स को रोकने का प्रयास भी किया तो स्टूडेंट्स ने गार्ड की पिटाई कर दी।

पेरेंट्स को रिपोर्ट नहीं

घटनाएं बढऩे का एक कारण ये भी है कि किसी भी घटना के बाद स्टूडेंट के पेरेंट्स को उसकी करतूत के बारे में बताया नहीं जाता। वहीं दूसरी तरफ अगर कॉलेज कोशिश भी करे तो स्टूडेंट घर का नंबर गलत दे देते हैं।

हॉस्टल बन रहे अड्डा

पूर्व कुलपति प्रो। एसके काक ने एक बार हॉस्टल खाली कराए थे। इसके बाद से हॉस्टल खाली नहीं हो पाए हैं। हां कुछ स्टूडेंट्स को जरूर निकाला गया है। लेकिन अभी भी यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों में अपराधिक तत्व रहते हैं। सूत्रों की माने तो हॉस्टलों में हथियार भी रखे जाते हैं। पिछले दिनों हुई तलाशी के दौरान भी कुछ बाहरी युवक फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे।

चिंता का सबब हैं ऐसी घटनाएं

19 मई - सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कैंपस के तपोवन में दारू पीकर लड़कियों से छेड़छाड़ की। जिसके बाद लोगों ने उनकी पिटाई की।

19 मई - जेल चुंगी स्थित बीयर शॉप पर सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने हंगामा कर तोडफ़ोड़ की।

15 मई - कैंपस में छात्रा से छेड़छाड़ करके भाग रहे युवक ने एक छात्र की गाड़ी ठोक दी। इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई।

27 अप्रैल - एक कार्यक्रम में आए मंत्री राजेंद्र सिंह राणा के आने से ठीक पहले स्टूडेंट्स में आपसी विवाद में कैंटीन पर फायरिंग की गई।

22 अप्रैल - सर छोटू राम कॉलेज में छात्राओं से छेड़छाड़ का विरोध करने पर कॉलेज के एक दूसरे लडक़े ने अपने दोस्तों के साथ कुछ स्टूडेंट्स को पीटा और फायरिंग भी की।

13 मार्च - बाइक सवार युवक ने वीसी ऑफिस के पास, लाइब्रेरी पर और बड़ के पेड़ के पास तीन फायर किए और हॉस्टल की तरफ फरार हो गया।

"शराब सब नहीं पीते। कैंपस के अंदर होने की घटना पर तुरंत चेकिंग की जाती है। तपोवन में भी गार्ड की गश्त कराई जाती है। कोई घटना होने पुलिस को सूचना दी जाती है। पुलिस अपने हिसाब से एक्शन लेती है। पर हम किसी को शराब पीने से या कैंपस में आने से नहीं रोक सकते."

जितेंद्र ढाका, चीफ प्रॉक्टर, सीसीएसयू

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