RANCHI: राजधानी की पुलिस पर चोर भारी पड़ रहे हैं और पुलिस लकीर पीटने के अलावा कुछ नहीं कर पा रही। चोरी की वारदातें दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं लेकिन पुलिस के पास अभी तक चोरों के खिलाफ कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। चोर चोरी कर फरार हो जा रहे हैं और पुलिस केवल प्राथमिकी दर्ज कर कोरम पूरा करने में लगी है। इतना ही नहीं, चोरी के साथ साथ छिनतई और लूट का ग्राफ भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महिलाएं असुरक्षित हैं, व्यवसायी असुरक्षित हैं, स्कूल कॉलेज के बच्चे असुरक्षित हैं तो आखिरकार पुलिस कर क्या रही है। यह पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल है। डीजीपी डीके पांडेय ने भी मंगलवार को समीक्षा बैठक कर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी नाराजगी साफ जता दी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर मामला ढाक के तीन पात बनकर रह गया है।

अप्रैल-मई में चोरी की वारदातें

-6 अप्रैल: लोअर बाजार निवासी एसजे टोपनो के घर से लाखों के जेवरात समेत कैश चोरी। डोरंडा से परिवहन विभाग की गाड़ी चोरी।

-11 अप्रैल: एसबीआई हरमू ब्रांच से क्लोन चेक का इस्तेमाल कर 15 लाख की निकासी

-13 अप्रैल: अवंतिका शर्मा के खाते से 40 हजार की निकासी, चुटिया में प्राथमिकी दर्ज

-18 अप्रैल: वीमेंस कॉेलेज की छात्रा से 86 हजार रुपए की ठगी, जैप सिपाही का एटीएम चोरी

-20 अप्रैल: कांके रोड स्थित सर्वोदय नगर के चंदर अपार्टमेंट में रहने वाले व्यवसायी सुनील कुमार के घर से गहने समेत कैश 8 लाख की चोरी।

-21 अप्रैल: श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण के प्रशाखा पदाधिकारी प्रभात कुमार के घर से 68 हजार उड़ाये।

-24 अप्रैल: रातू के रहने वाले हिमांशु सिन्हा के घर से लाखों के जेवरात समेत मोबाइल लैपटाप चोरी।

-28 अप्रैल: एसएसपी आवास के पीछे रहने वाले जमादार की सर्विस रिवाल्वर समेत गोलियां बरामद, घर से लाखों के जेवरात और 50 हजार कैश गायब।

-30 अप्रैल-भाजपा नेता मोहन लाल के घर से 10 हजार नगद व लाखों के जेवरात चोरी।

-13 मई: लालपुर थानाक्षेत्र के एसी काम्पलेक्स में दो फ्लैट से 20 हजार कैश समेत गहनों की चोरी

-12 मई: राजधानी के पांच घरों का ताला तोड़कर पांच लाख से ऊपर नगद तथा 10 लाख से ऊपर के जेवरातों की चोरी।

-07 मई: रिटायर पुलिसकर्मी दिलबहादुर के खाते से 4.85 लाख रुपए की निकासी कर ली गयी। अरगोड़ा थानाक्षेत्र की युवती से ठग लिए गए 40 हजार रुपए।

06 मई- कोकर के सुंदर विहार इलाके में भीषण ठगी की वारदात। ढाई लाख के जेवरात चोरी।

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कहां गायब हो गए आनन्द ज्वेलर्स के चोर

राजधानी में चोरी की घटना का जिक्र हो तो वर्ष 2012 में हुए आनन्द ज्वेलर्स की चोरी हर व्यक्ति की जुबान पर होती है। आनन्द ज्वेलर्स में चोरी के कांड को अंजाम देने वाले चोरों को आखिर जमीन खा गयी या आसमान निगल गया, इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। 12.25 करोड़ के गहने गायब करने के लिए चोरों ने 7 दरवाजे तोड़े, सीसीटीवी खोल दिए, नष्ट कर दिए। लेकिन अपने साथ ले गए केवल 50 हजार के जेवरात। बाकी 11.75 करोड़ के जेवरात छत पर पानी की टंकी में डालकर चोर भाग निकले। जबकि उन्हें पांच बैग में भी भर दिया गया था और दुकान की हालत ऐसी कर दी गयी थी कि दोबारा चोरों के वहां जाने का सवाल ही खड़ा नहीं होता।

क्या मिला पुलिस जांच में

पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि चोरी के कांड के पीछे किसी अपने का हाथ था। हालांकि, पुलिस अभी तक मामले की तफ्तीश कर रही है, लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।