-बरामद लड़कियों से पूछताछ में हुआ खुलासा, नौकरी दिलाने के नाम पर लाई गई थीं बनारस

-दिल्ली से गिरफ्तार चार आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बनारस लौट रही क्राइम ब्रांच

दिल्ली में बरामद की गई 16 नेपाली लड़कियों में से कई वाराणसी से दिल्ली भेजी गई थीं। वाराणसी क्राइम ब्रांच और दिल्ली की महरौली पुलिस की छापेमारी में बरामद नेपाली लड़कियों से पूछताछ में यह जानकारी सामने आई। टीम ने कुल 18 लड़कियों को मुक्त कराया जिनमें से दो भारतीय भी हैं। मौके से पकड़े गये चार आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर क्राइम ब्रांच की टीम बनारस लौट रही है। पकड़ी गई नेपाली लड़कियों को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष की देखरेख में शक्ति नामक एनजीओ को सुपुर्द कर दिया गया है।

हत्थे चढ़ी आरोपी महिला

शिवपुर के नटिनियादाई स्थित आनंद नगर कॉलोनी में पिछले दिनों छापेमारी के दौरान पुलिस ने भाजपा नेता जय सिंह उर्फ पप्पू को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में लड़कियों के कैरियर संदीप और सुंदरी नामक एक महिला के बारे में जानकारी मिली थी। दिल्ली में महरौली स्थित वसंत कुंज में छापेमारी के दौरान पुलिस ने सुंदरी उर्फ दीपिका थापा निवासिनी जलपाईगुड़ी, पवन खुराना निवासी नई दिल्ली, राजेंद्र यादव निवासी गाजीपुर और सवीन शाह निवासी काठमांडू नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। संदीप का यहां भी कुछ पता नहीं चला। उसकी तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं।

विरोध पर होती थी पिटाई

बरामद लड़कियों ने बताया कि नौकरी का झांसा देकर उन्हें भारत लाया जाता था। उन्होंने यह भी बताया कि बनारस में कई लड़कियों को रखा गया था। उनसे काफी रुपये लिए गए थे। इसके बाद उनके कागजात छीन लिए गए। विरोध करने वाली लड़कियों को मारा-पीटा जाता था और तरह-तरह की यातनाएं दी जाती थीं।

सोनौली व रक्सौल से लाते थे

एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद ने बताया कि लड़कियों का कैरियर संदीप नेपाल के मधुबन जिले से लड़कियों को सड़क मार्ग से वाराणसी लाता था। यहां लाने के लिए सोनौली बार्डर के अलावा रक्सौल बार्डर का इस्तेमाल किया जाता था। उन्होंने बताया कि सीओ क्राइम अभिनव यादव की टीम आरोपियों को दिल्ली की मेट्रोपॉलिटन अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर वाराणसी पहुंच रही है। इनसे पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।