- फूलपुर में पुलिस ने बैंकों में खाते में दर्ज मोबाइल नंबर बदलकर रुपये उड़ाने वाले गैंग के चार लोगों को पकड़ा

- एक बैंककर्मी संग मिलकर देते थे ठगी को अंजाम

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फूलपुर पुलिस ने बैंकों में खातों में दर्ज मोबाइल नंबर को बदलकर फ्रॉड करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को अरेस्ट किया। गिरोह सीधे साधे और बिना पढ़े लिखे लोगों को बैंक ले जाकर बैंक एकाउंट खुलवाने के दौरान उनकी सारी जानकारी लेकर बैंक में उनके मोबाइल नंबर की जगह दूसरा नंबर दर्ज कर बैंक खाते से पैसे निकालते थे। फ्रॉड के इस खेल में बैंक कर्मचारी भी मदद करता था। पुलिस व साइबर सेल ने 11 लाख उड़ाने वाले मामले का खुलासा करते हुए इस पूरे गुडवर्क को किया है।

शिकायत पर हुई कार्रवाई

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि फूलपुर थाना में राकेश मिश्रा ने एक मुकदमा दर्ज कराय था। जिसमे उन्होंने बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर को बदल कर 11 लाख रुपये उड़ाने की शिकायत की थी। पुलिस ने साइबर सेल के सहयोग से मामले की जांच की तो साइबर सेल प्रभारी शिवानंद यादव ने रुपये उड़ाने वालों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इस बीच ट्रेस होने पर पुलिस ने खालिसपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास से चार लोगों को पकड़ा। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो चारों सदस्यों ने पैसा उड़ाने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस के अनुसार घटना का मास्टरमाइंड फूलपुर के थाना रामपुर निवासी लाल बहादुर व संदीप थे। जिसमे से लाल बहादुर को पुलिस ने पकड़ लिया है और संदीप अभी फरार है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने प्रतापगढ़ के फूलचन्द्र, खालिसपुर निवासी जगदीश वर्मा व मुकेश कुमार वर्मा को भी पकड़ा है।

बैंककर्मी का था मेन खेल

पुलिस के मुताबिक लाल बहादुर, मुकेश व जगदीश का बैंक में फर्जी खाता था, जबकि चौथा आरोपी बैंक ऑफ इंडिया का दफ्तरी फूलचन्द्र है, जिसके सहयोग से बैंक में दर्ज मोबाइल नम्बर बदला जाता था। पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य गांव के लोगों को बहलाकर फर्जी आईडी के जरिए बैंक में खाता खुलवाते थे। उसके बाद भीम ऐप्प व कागज पर मोबाइल नम्बर बदलवा देते थे और फिर उस खाते में जमा रकम अन्य खातों में डाल देते थे। जिससे रुपये निकलने का मैसेज पीडि़त तक पहुंचता ही नहीं था।