- शिवपुर थाने में महिला दरोगा को एंटी करप्शन टीम के अधिकारियो ने किया गिरफ्तार

- दहेज प्रताड़ना मामले की विवेचना के दौरान एक आरोपी का नाम हटाने के लिए ली थी रिश्वत

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शिवपुर थाने में दहेज प्रताड़ना के एक मामले में विवेचना के दौरान एक आरोपी का नाम हटाने के लिए महिला दरोगा को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते वक्त एंटी करप्शन टीम के ऑफिसर्स ने मंगलवार शाम रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई महिला दरोगा महिला थाने पर तैनात है।

घर पहुंचकर दी थी धमकी

शिवपुर थानाक्षेत्र के भरलाई निवासी अभिषेक पाठक की शादी कुछ वर्ष पूर्व जौनपुर के बरहपुर थाना चंदवक में पूजा चौबे से हुई थी। शादी के बाद से पति-पत्‍‌नी के बीच सम्बन्ध अच्छा न होने के कारण पूजा ने 27 जून 2017 को अपने पति अभिषेक पाठक, सास गीता पाठक, बहन अर्चना तिवारी के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के तहत मारपीट, गाली-गलौच तथा उत्पीड़न के अलावा गर्भपात कराने जैसे आरोप लगाते हुए शिवपुर थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच महिला थाना की दरोगा गीता यादव कर रही थी। आरोप है कि विवेचना में दरोगा गीता आरोपियों के घर शिवपुर 16 नवंबर को पहुंची और सभी को धमकाया और आरोपी की बहन को भी जेल भेज देने की धमकी दी। बातचीत के बाद मामला लेनदेन पर आ गया। आरोप है कि महिला दरोगा ने बहन का नाम निकालने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। जिस पर आरोपी अभिषेक पाठक ने असमर्थता व्यक्त की और बाद में फोन करके आने के लिए बोलते हुए महिला दरोगा गीता यादव चली गयी।

एसएसपी से की थी शिकायत

महिला दरोगा की ओर से बार-बार आरोपी को फोन कर रुपये की मांग की जाने लगी। जिससे परेशान होकर अभिषेक ने पूरे मामले की शिकायत एसएसपी से की। मामले में एसएसपी ने एंटी करप्शन की टीम को जांच सौंपी। पूरी प्लानिंग संग मंगलवार को दरोगा को रिश्वत देने की पेशकश कर अभिषेक 40 हजार रुपये रिश्वत लेते वक्त गीता यादव को रंगे हाथों पकड़ लिया। गीता यादव के खिलाफ शिवपुर थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।