- पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में महिला उत्पीड़न की शिकायतें सबसे ज्यादा - पुरूषों की ओर से भी पत्‍‌नी के खिलाफ पुलिस को मिली कई शिकायतें 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब सर मुझे बचा लीजिए मेरा पति मुझे मारता है। हर रोज बहुत परेशान करता है। प्लीज कुछ करिये नहीं तो वो मुझे मार डालेगा। ये किसी फिल्म का डायलॉग नहीं बल्कि डॉयल 100 पर पहुंच रही घरेलू हिंसा से जुड़ी डेली की शिकायतें हैं। सुनकर चौंकने की जरुरत नहीं है। दरअसल पिछले साल शुरू हुए यूपी डॉयल 100 पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से पहुंच रही शिकायतों में सबसे ज्यादा संख्या घरेलू हिंसा के साथ महिला उत्पीड़न की है। इस एक साल में जहां घरेलू हिंसा की 13 हजार से ज्यादा शिकायतें यहां दर्ज हुई हैं। वहीं महिला उत्पीड़न की 3500 से ज्यादा कम्प्लेन की गयी है। इन शिकायतों से ये साफ हो गया है कि बनारस में घरेलू हिंसा और नारी उत्पीड़न के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। महिला संग पुरुष भी हैं परेशान बनारस में 19 नवंबर 2016 को डॉयल 100 सेवा की शुरुआत हुई थी। वर्तमान में डॉयल 100 की 52 गाडि़यां यहां हैं। बनारस में डॉयल 100 के नोडल ऑफिसर एसपीआरए अमित कुमार ने बताया कि इन एक सालों में डॉयल 100 पर बनारस से एक लाख से ज्यादा शिकायतें पहुंची हैं। चौंकाने वाली बात तो ये है कि शिकायतों के आने के क्रम में महिलाओं के साथ पुरुष उत्पीड़न की भी कम्प्लेन मिल रही है। ऐसे 50 मामले पहुंचे हैं जिसमे पुरुषों ने अपनी पत्‍‌नी की छोटी-छोटी शिकायतों के लिए डॉयल 100 से मदद मांगी है। सर पत्‍‌नी नहीं बनाती चाय एसपीआरए अमित कुमार ने बताया कि डॉयल 100 पर फेक कॉल्स की संख्या भी बहुत ज्यादा है। लोग मजे लेने के लिए भी यहां कॉल कर परेशान करते हैं। हालांकि अधिकांश मामलों में लोग पकड़ लिए जाते हैं। वहीं ऐसे मामले भी आये हैं जिसमे पति ने फोन कर ये शिकायत की है कि उसकी पत्नी चाय नहीं बना रही है या फिर खाना बनाने से इंकार कर रही है। कुछ यूं पहुंची अलग-अलग शिकायतें - 1 लाख से ज्यादा कुल शिकायतें पहुंची एक साल में - 13000 घरेलू हिंसा से जुड़े मामले - 3500 महिला उत्पीड़न की कम्प्लेन - 50 पुरुषों ने भी की शिकायत - 10000 प्रॉपर्टी विवाद की शिकायत - 24000 सामान्य विवाद - 850 गुमशुदगी की शिकायत - 550 पशु उत्पीड़न या अन्य - 4000 सड़क हादसों से जुड़े मामले - 3000 शिकायतें जाम से जुड़ी डायल-100 पर बनारस से एक साल के अंदर एक लाख से ज्यादा शिकायतें पहुंची हैं। इसमे ज्यादा मामले घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न से जुड़े हैं। प्रयास होता है कि ऐसे मामलों का ऑन द स्पाट ही निस्तारण हो। अमित कुमार, एसपीआरए, नोडल अधिकारी-डॉयल-100