- पश्चिम बंगाल के हुगली स्थित भद्रेश्वर नगर पालिका के चेयरमैन मनोज उपाध्याय की हाल ही में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने एक लॉज से सात को किया गिरफ्तार - तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता थे मनोज, कोलकाता पुलिस, चंदौली क्राइम ब्रांच व वाराणसी एसटीएफ की टीम नें मिलकर की कार्रवाई 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब पश्चिम बंगाल के हुगली जिला स्थित भद्रेश्वर नगर पालिका के चेयरमैन मनोज उपाध्याय की हत्या कर बनारस में छिपे सात शूटर्स को सोमवार की देर रात कोलकाता पुलिस, एटीएस, चंदौली क्राइम ब्रांच व वाराणसी एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर दशाश्वमेध स्थित एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि चेयरमैन की हत्या के बाद सभी वांछित पहले पटना, उसके बाद वाराणसी के दशाश्वमेध स्थित एक लॉज में चोरी छिपे अपनी पहचान बदलकर रह रहे थे। सर्विलांस की मदद से सभी को पकड़ने में सफलता मिली। कोलकाता पुलिस मंगलवार को सभी का ट्रांजिट रिमांड बनवाने के बाद इन्हें लेकर हुगली के लिए रवाना हो गई। बहुत प्रेशर में थी पुलिस पश्चिम बंगाल के चंदननगर के एडिशनल डीसीपी अतुल विश्वनाथन ने बताया कि पुरानी रंजिश में चेयरमैन मनोज उपाध्याय की 21 नवंबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। इसलिए घटना के बाद सरकार की ओर से कई आला अफसरों को निलंबित कर दिया गया था। सरकार का प्रेशर इस कदर था कि पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर हत्यारों की तलाश बंगाल, बिहार और यूपी में कर रही थी। इस बीच दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सर्विलांस से पुलिस को सभी शूटर्स के बनारस में छिपे होने की सूचना मिली। जिस पर पश्चिम बंगाल एटीएस के आईजी ने यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण से संपर्क किया। इसके बाद एटीएस प्रभारी विजयमल्ल यादव एवं चंदौली क्राइम ब्रांच प्रभारी साजिश सिद्दीकी के साथ उनकी टीम ने कार्रवाई कर दशाश्वमेध स्थित एक लॉज से राजू चौधरी, आकाश चौधरी, देबु पाकड़े, राजेश चौधरी, कृष्णा चौधरी, संतोष प्रसाद व रतन चौधरी को गिरफ्तार किया है। सभी पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी बताये जा रहे हैं। अतुल विश्वनाथन ने बताया कि अन्य फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कोर्ट से मांगा तीन दिन का वक्त सोमवार रात सातों शूटर्स की गिरफ्तारी के बाद चंदननगर के एडिशनल डीसीपी अतुल विश्वनाथन ने सभी को प्रभारी सीजेएम उमाकांत जिंदल की अदालत में मंगलवार को पेश किया। पुलिस और एटीएस में सातों को भद्रेश्वर में नगर पालिका के चेयरमैन की हत्या के मामले में वांछित बताते हुए ट्रांजिट रिमांड मंजूर करने की अपील की। साथ ही ये भी कहा गया कि आरोपियों को वहां ले जाकर संबंधित न्यायालय में पेश करने के लिए तीन दिन का समय दिया जाये। जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए एक दिसम्बर को सभी आरोपियों को वहां के कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। वहीं बनारस पुलिस अब लॉज मालिक से भी पूछताछ की तैयारी में है।