- डीजीपी ने शुरू किया अभियान 'समानुभूति और सम्मान, यूपी पुलिस की शान'

- बनारस के पुलिसकर्मियों को भी पढ़ाया जाएगा विनम्रता का पाठ

यदि अब पुलिस वालों से आपका सामना हो और उनका सलीका और तरीका विनम्रता लिए हो तो चौंकियेगा मत। क्योंकि डीजीपी ओपी सिंह की पहल पर 'समानुभूति और सम्मान, यूपी पुलिस की शान' नामक अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत पुलिस के जवानों को विनम्रता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। उन्हें ताकीद की जा रही है कि वह कार्रवाई भी करें मगर लोगों से अपनी बातचीत का लहजा न बिगाड़ें। बनारस सहित जोन के सभी दस जिलों के पुलिसकर्मियों की कार्यशाला बनारस पुलिस लाइन में होगी।

महिलाओं-बच्चों का खास ख्याल

लखनऊ के बाद बनारस और सभी जिलों में पुलिसवालों के लिए विशेष कार्यशाला चलाई जा रही है। इसमें पुलिसकर्मियों को तमाम उदाहरण देकर समझाया जा रहा है और विनम्र व्यवहार के फायदे गिनाए जा रहे हैं। उन्हें कहा जा रहा है कि महिलाओं-बच्चों और बुजुर्गो का वह खास ध्यान रखें। अगर समस्या लेकर यह थाने पर आएं तो इन्हें ससम्मान बैठाया जाये और इनसे ऐसा व्यवहार हो कि यह खुलकर अपनी बात कह सकें।

ताकि बदले पुलिस की छवि

डीजीपी ओपी सिंह के अभियान के पीछे सीधा सा मकसद है पुलिस की छवि सुधरे। उनका कहना है कि पुलिस की छवि आमजन के बीच बिगड़ती जा रही है। यही कारण है कि हर बार पुलिस पर आसानी से आरोप लगा दिए जाते हैं। इसे बदलने का जिम्मा पुलिस का ही है। जवानों को बताया जा रहा है कि वह कार्रवाई भी करें मगर व्यवहार नम्र रखें। हां, शातिर अपराधियों या धौंस दिखाने वालों को फिर असली पुलिसिया तेवर जरूर दिखाएं। पुलिस के छवि सुधार प्रोजेक्ट की कमान शोभना मालवीय, स्नेहा सारस्वत, रश्मि अग्रवाल और श्वेता द्विवेदी ने संभाली है।

वर्जन

पुलिस और पब्लिक के बीच की खाई पाटने का इससे बेहतर तरीका कोई नहीं। इसके अलावा अगर जनता पुलिस पर भरोसा करती है तो वह खुलकर अपनी समस्याएं कहेगी और पुलिसिंग भी ज्यादा आसान हो जाएगी।

पीवी रामाशास्त्री, एडीजी जोन