-क्राइम ब्रांच व बड़ागांव पुलिस ने छापेमारी करते हुए अवैध फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, आधा दर्जन हुए अरेस्ट

आबकारी विभाग की सूचना तंत्र को धता बताते हुए बड़ागांव में जहरीली शराब तैयार हो रही थी। बसनी पिकेट से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित एक मकान में चल रहे अवैध फैक्ट्री का क्राइम ब्रांच व बड़गांव पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए छह आरोपियों को दबोचा। पुलिस ने अवैध फैक्ट्री से यूपी गर्वनमेंट का वैध लोगो और बार कोड मुहर सहित लाखों रुपये मूल्य शराब भी बरामद किया है। बुधवार को पुलिस लाइन में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह को सूचना मिली कि बसनी पिकेट से कुछ दूरी पर मंजे पासी के घर से शराब कारोबारी शिव शंकर सेठ अवैध देसी और अंग्रेजी शराब का कारोबार चला रहा है व शराब ठेकों पर सप्लाई भी कर रहा है। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मंजे पासी के घर के अंदर चल रहे फैक्ट्री से अपमिश्रित शराब (जहरीली शराब) बनाते छह लोगों को गिरफ्तार किया। जबकि मास्टर माइंड शिव सेठ व मकान मालिक मंजे पासी फरार हो गए। पकड़े गए आरोपी सोनू सेठ, दिनेश अग्रहरी निवासी बड़गांव, ओमप्रकाश सेठ चौबेपुर, प्रमोद तिवारी चंदौली, बृजेश सेठ फूलपुर व रणजीत सेठ गाजीपुर को अरेस्ट किया है।

शराब सहित बरामद हुए उपकरण

अवैध फैक्ट्री से 10 पेटी (450 शीशी 200 एम एल) देशी शराब, 50 बोतल नकली अंग्रेजी शराब, शराब भरने के लिए खाली शीशी, सरकारी होलमार्क छोटा और बड़ा तीन बण्डल, 300 शीट रैपर, भारी मात्रा में शीशी बंद करने का ढक्कन, 18 गैलन ईथाइल एल्कोहल, 2 शीशी रंग बनाने वाला केमिकल, 2 किलो यूरिया, 20 लीटर पानी की 14 बोतल और एक शीशी अजन्ता ब्राउन चाकलेट कलर और एक स्कार्पियो गाड़ी बरामद हुई है।

20 की शराब बेचते थे 65 रुपये में

एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि आरोपियों ने कबूल किया कि वह बाबू सेठ व सोनू सेठ के लिए काम करते हैं। नकली देशी और अंग्रेजी शराब बनाने के लिए ईथाइल एल्कोहल मध्य प्रदेश से आता है। यहां तैयार नकली माल को कई जिलों और बिहार तक सप्लाई किया जाता है। बताया कि यह शराब मात्र 20 रूपये में तैयार होती है पर इसे सरकारी रेट 65 रूपये में बेचा जाता है।