-शहर में फैला है ठगों का जाल, मोबाइल की दुकानों को बना रहे है निशाना

-पिछले एक माह में एक दर्जन घटनाएं सिर्फ मोबाइल धोखाधड़ी की

केस-वन

अर्दली बाजार स्थित एक मोबाइल की दुकान में दो युवक घुसे और मनचाहा 25 हजार का मोबाइल खरीदा। मगर, रुपये देने के दौरान धोखाधड़ी करते हुए निकल गए। सीसीटीवी में रिकॉर्ड भी है। धोखाधड़ी के बाद दुकानदार ने कैंट थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

केस-टू

सिकरौल तहसील रोड पर स्थित मोबाइल दुकान पर भी आठ फरवरी को हुबहू ऐसी ही घटना घटी। दो मोबाइल खरीदने के बाद पैसे देने के दौरान दस की गड्डी में दो हजार का नोट ऊपर लगाकर थमा दिया गया। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पीडि़त दुकानदार सुशील गुप्ता ने कैंट थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

केस-थ्री

सिगरा स्थित एक मोबाइल की दुकान पर मोबाइल खरीदने के दौरान डमी सेट रखकर ऑरिजनल उठा लिया गया। फुटेज में यह वाक्या देखने को मिला था। इस तरह की घटना पर पीडि़त दुकानदार ने सिगरा थाना में तहरीर दर्ज कराई थी।

यह केस तो महज एक बानगी भर है। कई ऐसे लोग है जो ठगों से पीडि़त होकर और न्याय पाने की उम्मीद पाले बैठे हैं। शहर में ठगों का गैंग पूरी तरह से एक्टिव है। इनके निशाने पर अधिकतर मोबाइल की दुकानें है। तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर दुकानदार को गच्चा देकर निकल जाते है। पिछले एक माह में मोबाइल धोखाधड़ी की एक दर्जन शिकायतें विभिन्न थानों में पहुंची है। कुछ दिन पूर्व क्राइम ब्रांच व रामनगर पुलिस ने ऐसे ही गिरोह के आधा दर्जन सदस्यों को सामनेघाट पुल से दबोचते हुए मामले का खुलासा भी किया था। हालांकि अभी भी ऐसे कितने गिरोह शहर में भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। मोबाइल की दुकान, बैंकों से निकले वाले ग्राहक और एटीएम होल्डर अक्सर इनके निशाने पर होते है।

पहले रेकी, फिर करते है कांड

पुलिस की विवेचना में यह सामने आया है कि शातिर गिरोह के सदस्य कांड करने से पहले स्थल का रेकी करते है। मोबाइल खरीदते समय या फिर एटीएम से पैसे निकालते समय गिरोह के सदस्य अंजान बनकर सक्रिय रहते हैं। जरा सी भी नजर भजी तो फिर अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते हैं। अभी तक छानबीन के दौरान यही सामने आया है कि कुछ केस में दुकान के स्टाफ की भी मिलीभगत सामने आती है।

गोंडा के पकड़े गए थे पांच सदस्य

लूट और उचक्कागिरी करने वाले गिरोह के सदस्यों ने भी कबूल किया था कि पहले रेकी करने के बाद घटना को अंजाम देते थे। एक दर्जन भर से अधिक मोबाइल की दुकानों को बना चुके थे शिकार।

इस तरह की घटनाओं की तफ्तीश कर आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है। थाना में दर्ज शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। इस तरह के मामले में दुकानदारों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।

ज्ञानेंद्र नाथ

एसपी क्राइम