-लंका पुलिस के हत्थे चढ़े मादक पदार्थ के तीन तस्करों ने खोला राज

-पास से एक करोड़ की हेरोईन और अफीम बरामद

860 ग्राम अफीम व 360 ग्राम हेरोइन

शहर में मादक पदार्थ की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। तस्कर इस काम के लिए कॉलेज स्टूडेंटस, युवाओं और प्राइवेट हॉस्पिटल की मार्केटिंग करने वाले स्टाफ को जोड़े हुए हैं। लंका पुलिस के हत्थे चढ़े मादक पदार्थ के तीन तस्करों ने सीओ भेलूपुर के सामने यह राज खोला है। शुक्रवार की रात आपरेशन ब्लैक आउट के तहत करौंदी इलाके से दबोचे गए तीनों तस्करों के पास से पुलिस ने 860 ग्राम अफीम और 360 ग्राम हेरोइन बरामद किया है। जिसकी कीमत एक करोड़ बताई जा रही है। गिरफ्तार तस्करों में मनोज चौहान, असगर लगी ऊर्फ राजू बैंड व प्रदीप गौड़ सभी पांडेयपुर नई बस्ती के निवासी हैं।

राजस्थान से लाकर करते थे सप्लाई

सीओ भेलूपुर अनिल कुमार ने गिरफ्तार नशे के सौदागरों को मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि ये तीनों गैंग बनाकर गाजीपुर, बाराबंकी व राजस्थान से हेरोइन लाकर बनारस, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर आदि जिलों में सप्लाई करते थे। इतने शातिर हैं कि अधिक से अधिक हेरोइन की सप्लाई के लिए ये कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स, यंगस्टर्स, प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए मार्केटिंग करने वाले स्टाफ को अपने साथ लगा रखे हैं। इसकी इंफॉर्मेशन मिलने पर लंका इंस्पेक्टर भारत भूषण तिवारी ने टीम बनाकर इनके पीछे लगा रखा था। शुक्रवार की रात इनकी लोकेशन करौंदी में मिली तो टीम ने मौके पर पहुंच बाइक सवार तीनों तस्करों को दबोच लिया। इनको शह देने वाले सरगना की भी तलाश की जा रही है। पकड़ा गया मनोज व राजू बैंड पहले भी हेरोइन की तस्करी में कैंट व चेतगंज थाने से जेल जा चुके हैं।