-कैंट रोडवेज बस स्टेशन की कैंटीन पर बिक रहा अधिक दाम पर सामान, परोसा जा रहा बासी खाना

-यात्रियों की शिकायतों पर नहीं हो रही कार्रवाई, कैंटीन संचालक जमकर कर रहे मनमानी

केस-वन

सोनभद्र के अंकित सिंह ने कैंट रोडवेज बस स्टेशन के कैंटीन से छोले-समोसे लिया. समोसे में आलू बासी था. शिकायत पर कैंटीन संचालक यात्री से उलझ गया. यात्री ने इसकी शिकायत आरएम से की है.

केस-टू

कैंट रोडवेज बस स्टेशन के फूड स्टाल पर पहुंचे गाजीपुर के सुजीत पांडेय से बर्गर-चाऊमीन के नाम पर अधिक पैसा ले लिया गया. जबकि आइटम्स खाने लायक भी नहीं थे. घटिया क्वालिटी के खाना और अधिक दाम वसूलने की शिकायत एआरएम तक से की गई है.

केस-थ्री

काठमांडू से बनारस पहुंचे एसके थापा को रोडवेज पर कैंटीन संचालक ने खाना के नाम पर बासी खाना परोस दिया. यात्री ने शिकायत करते हुए पूरा खाना छोड़ दिया. लेकिन पैसे पूरे दिए. यात्री ने रोडवेज प्रशासन को काफी कोसा.

मनमाने दाम पर बेच रहे फूड

ये तीन केस तो महज एक बानगी भर हैं. आरएम ऑफिस के सामने कैंटीन में ऐसा मामला रोज आता है. यहां यात्रियों को न केवल जहरीला भोजन परोसा जा रहा है बल्कि खाने पीने के सामान का रेट भी संचालक खुद तय करते हैं. इसकी शिकायत यात्री रोज कर रहे हैं पर न तो भोजन में सुधार हो रहा है और न ही कैंटीन संचालकों पर कार्रवाई हो रही है. लिहाजा उनका हौसला बुलंद है और यात्रियों की सेहत से खिलवाड़ जारी है. जबकि पिछले महीने फूड एण्ड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने भी पिछले माह कैंटीन का इंस्पेक्शन किया था तो मानक के विपरित खाद्य पदार्थ मिले थे.

चिह्नि्त दुकानों पर नहीं हुई कार्रवाई

कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर फूड स्टॉल संचालक किसी भी सामान का रेट अपने हिसाब से तय करते हैं. खासतौर पर खाने-पीने की चीजों पर तो जैसे लूट मचा रखी है. ये सब अफसरों के सामने हो रहा है लेकिन वो मानने को तैयार नहीं हैं. यही कारण है कि कुछ माह पूर्व यूनियन के नेताओं ने अधिकारियों को एक रिपोर्ट पेश की थी जिसमें अधिकतर दुकानों में अनियमितता पाये जाने की जानकारी दी गई थी. कार्रवाई होती तो एक दर्जन दुकानों का निरस्तीकरण संभव था. मगर सेटिंग गेटिंग ने पूरा माजरा ही बदल दिया.

रात में होती है खपाने की तैयारी

बस स्टेशन पर चलने वाली कैंटीन में यात्रियों की खूब जेब कट रही है. छोले-समोसे महंगे तो मिलते ही हैं ऊपर से दोनों प्रदूषित होता है. गंदगी को देखते हुए ही शुरुआत में तो आरएम केके शर्मा ने खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग की टीम भेजकर जांच भी कराई थी जिसमें कैंटीन वालों के यहां सबसे ज्यादा गंदगी पाई गई थी. इस पर कैंटीन व फूड स्टाल्स संचालकों से जुर्माना भी वसूला गया था. दिन के अलावा रात में तो यहां खाने-पीने के बिक रहे सामानों का दोगुना दाम यात्रियों से वसूला जाता है.

एक नजर

27

दुकानें रोडवेज कैंट बस स्टेशन पर हैं

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दुकानों में खूब अनियमितता पाई गई थी

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हजार से अधिक यात्रियों की होती है रोजाना गैदरिंग

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से अधिक यात्रियों ने खराब खाने को लेकर की है आरएम-एआरएम से शिकायत

गंदगी और खराब खाने की शिकायत पर कैंटीन संचालकों पर जुर्माना ठोंका जा चुका है. फूड स्टाल्स सहित कैंटीन की फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जांच तक की थी. जल्दी ही फिर जांच कराई जाएगी.

केके शर्मा, आरएम