- पहली जनवरी को ही पुलिसकंिर्मयों पर हुआ था हमला

- बीते 15 दिनों में हत्या, रेप, लूट, चोरी की भी हुई ताबड़तोड़ वारदातें

GORAKHPUR: नए साल में क्राइम कंट्रोल को लेकर की गईं तैयारियां भी जिला पुलिस के काम नहीं आ पा रही हैं। साल की शुरुआत से ही पुलिस पर अपराधियों का बोलबाला दिख रहा है। साल के पहले दिन ही जहां गुलरिहा में मनबढ़ों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। वहीं इसके बाद हत्या, रेप आदि की घटनाओं ने पुलिस के दावों की और पोल खोल दी। बीते पंद्रह दिनों के अंदर बदमाशों ने ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम देकर जहां पुलिस की नींद उड़ा दी है। वहीं पहले की कई घटनाओं का खुलासा करने में भी पुलिस सफल नहीं हो सकी है।

15 दिन में 10 हत्याएं, 23 चोरी

वैसे इस बीच दक्षिाणांचल में ताबड़तोड़ लूट की वारदात को अंजाम दे रहे कई लूटेरों की गिरफ्तारी के बाद घटनाओं पर अंकुश लगा, लेकिन इस बीच हत्याओं का सिलसिला थमता नहीं नजर आया। 15 दिनों के अंदर दस लोग बेमौत मारे गए। इनमें कई की तो पहचान भी नहीं हो सकी। वहीं इस बीच दो लूट, एक छिनैती सहित तीन गैंग रेप के भी मामले सामने आए। हालांकि रेप के अधिकांश मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं अगर इस बीच सबसे अधिक कोई बेखौख दिखा तो वह हैं चोर। पुलिस पिकेट और रात्रि गश्त के बाद भी चोरों ने लगातार दुकान-मकान को खंगाला। पंद्रह दिनों में शातिर चोरों ने 23 चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रखी है।

उलझी गुत्थियां भी अनसुलझी

इसके साथ ही ताबड़तोड़ घटनाओं का खुलासा करने वाली गोरखपुर पुलिस इस साल की शुरूआत में उलझी गुत्थियों को भी सुलाझा नहीं सकी। 29 दिसंबर को होटल प्रेसिडेंट में हुई कपड़ा व्यापारी पीयूष रूंगटा की मौत फिलहाल एक पहली बनकर ही रह गई है। हालांकि वारदात के बाद इसे हर किसी ने आत्महत्या ही करार दिया, लेकिन पुलिस इसमें हत्या का केस दर्ज कर विवेचना कर रही है। वहीं, इसके अलावा एक ही दिन हुई तीन हत्याओं के मामले में भी इलेक्ट्रिशियन की हत्या की गुत्थी भी फिलहाल नहीं सुलझ सकी। साथ ही दो दिन पहले हुई गुलरिहा एरिया में युवती अनुराधा की हत्या के मामले में भी पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली हैं।

15 दिनों में हुई घटनाएं

हत्या - 10

लूट - 2

छिनैती - 1

रेप - 3

चोरी - 23