कांट्रैक्ट किलर्स से हुई थी 12 लाख की डील, पांच लाख मिले थे एडवांस

एसटीएफ और पुलिस ने तीनों शूटरों को किया गिरफ्तार, दो पिस्टल बरामद

पकड़े गये शूटर्स में एक शातिर अपराधी रहे राजेश पायलट का साला

<कांट्रैक्ट किलर्स से हुई थी क्ख् लाख की डील, पांच लाख मिले थे एडवांस

एसटीएफ और पुलिस ने तीनों शूटरों को किया गिरफ्तार, दो पिस्टल बरामद

पकड़े गये शूटर्स में एक शातिर अपराधी रहे राजेश पायलट का साला

PRAYAGRAJ: PRAYAGRAJ: पिछले माह झूंसी में प्रापर्टी डीलर सुरेश तिवारी उर्फ बल्लू की सरेशाम गोली मारकर हत्या कांट्रैक्ट किलर्स ने की थी. शूटर्स से क्ख् लाख रुपये में डील फाइनल हुई थी और बतौर एडवांस पांच लाख रुपये दिये गये थे. हत्याकांड की पूरी साजिश नैनी सेंट्रल जेल में वाराणसी के शातिरों के साथ मिलकर रची गयी थी. हत्या में शामिल तीन शूटर्स को गिरफ्तार करके पुलिस ने यह दावा किया है. एसटीएफ वाराणसी व झूंसी पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गये शूटर्स के कब्जे से दो पिस्टल व कारतूस बरामद किये गये हैं.

जेल में अपराधियों की सांठ-गांठ

नैनी कारागार में बंद झूंसी के संतोष यादव ने सुरेश की हत्या की सुपारी वाराणसी के कल्लू सोनकर के जरिए दी थी. क्ख् लाख रुपए में मर्डर का ठेका हुआ था. संतोष यादव का सुरेश से बेशकीमती प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था. पकड़े गए शूटरों में एक आशुतोष पांडेय उर्फ राहुल कुख्यात अपराधी रहे आनंद शांडिल्य उर्फ राजेश पायलट का साला है. राजेश पायलट वही है जिसने मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी पर रिमोट बम से ख्0क्0 में हमला किया था.

क्8 अप्रैल को हुई थी घटना

गणेश मार्केट झूंसी में शूटरों ने प्रॉपर्टी डीलर सुरेश तिवारी उर्फ बल्लू को क्8 अप्रैल की शाम गोलियों से भून दिया था. शूटरों ने उसे कुल सात गोलियां मारी थी. वारदात के बाद शूटरों की तलाश में पुलिस के साथ एसटीएफ भी लगाई गई थी. वाराणसी एसटीएफ के सीओ विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ के एएसपी नीरज पांडेय टीम को लगाया था. टीम को बुधवार को सूचना मिली कि शूटर झूंसी में मौजूद हैं. एसटीएफ और झूंसी पुलिस ने रेलवे फ्लाईओवर के पास शूटरों की घेराबंदी की तो बदमाशों ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी.

पुलिस टीम पर हमले का दावा

एसएसपी अतुल शर्मा ने बताया कि शूटर्स द्वारा टीम पर कुल दो फायर किए गए. खुद को सुरक्षित करते हुए टीम ने तीनों को दबोच लिया. गिरफ्तार किए गए बदमाशों में आशुतोष पांडेय उर्फ राहुल पुत्र देवी प्रसाद पांडेय निवासी पचेहड़ा कोरांव, अभिषेक सोनी पुत्र राजेश सोनी निवासी टाउन एरिया कोरांव और वीरेंद्र पटेल उर्फ वीरू पुत्र अशोक पटेल निवासी सरायनंदन सुंदरपुर भेलूपर वाराणसी है.

वाराणसी से मीरजापुर तक जुड़े हैं तार

बुधवार को पकड़े गए शूटर्स को एसएसपी ने मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया कि शेरडीह झूंसी निवासी संतोष यादव नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. उसका सुरेश तिवारी से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद है. संतोष प्रॉपर्टी डीलर सुरेश को रास्ते से हटाना चाहता था. नैनी कारागार में उसकी मुलाकात कल्लू सोनकर पुत्र हीरालाल निवासी गिलट बाजार वाराणसी से हुई. कल्लू के जरिए संतोष ने हत्या का ठेका क्ख् लाख रुपये में दिया. कल्लू ने वीरेंद्र पटेल से संपर्क कर सुरेश तिवारी की हत्या की सुपारी दिला दिया. एडवांस पेमेंट मिलने बाद शूटर्स ने हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया.

दो की अब भी चल रही है तलाश

घटना में गुड्डू यादव उर्फ निरहू पुत्र मूलचंद्र निवासी चक हिनौता सरायइनायत की भी भूमिका है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. कल्लू सोनकर जेल में है. एक अन्य आरोपित विवेक सिंह पुत्र अरुण सिंह निवासी बरडीहा हलिया मीरजापुर भी हत्या में शामिल था. वह हत्या के दूसरे मामले में गाजीपुर में सरेंडर कर जेल चला गया है. गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसपी गंगापार एनके सिंह, सीओ पंचम आदेश त्यागी, इंस्पेक्टर झूंसी दिवाकर सिंह, इंस्पेक्टर एसटीएफ वाराणसी शैलेश प्रताप सिंह रहे.